लोहरदगा: जिले में वज्रपात (Thunderclap) लगातार कहर बरपा रहा है. हर साल वज्रपात की चपेट में आने से कई लोगों की जान चली जाती है. चार साल के दौरान लोहरदगा जिले में 82 लोगों की मौत वज्रपात से हो गई है. इस साल अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है. शुक्रवार को भी वज्रपात से दो किसानों की मौत (Two Farmers Died) हो गई है.
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दो किसानों की मौत से मचा कोहराम
जिले के अलग-अलग स्थानों में शुक्रवार को वज्रपात की चपेट में आने से दो किसानों की मौत हो गई. पहली घटना लोहरदगा जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के सिठियो गांव की है, जहां किसान मछिंद्र मछली, मवेशियों को लेकर अपने खेतों की ओर गया था. इसी दौरान वह वज्रपात की चपेट में आ गया. जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना भंडरा थाना क्षेत्र के कांजो महुआटोली गांव की है, जहां नसीम अंसारी अपने खेतों में काम कर रहा था. इसी दौरान वह वज्रपात की चपेट में आ गया. दोनों जब देर शाम तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की. इसी बीच दोनों के वज्रपात की चपेट में आने से मौत की जानकारी परिजनों को मिली, जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस को दी.
झारखंड में अधिक होता है वज्रपात
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना के बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. झारखंड में वज्रपात की घटना अधिक होती है. आए दिन वज्रपात की चपेट में आने से लोगों की मौत हो रही है. वहीं वज्रपात से अब तक कई मवेशियों की भी मौत हो चुकी है.