लोहरदगा: तिलकुट की सौंधी सुगंध भला किसे पसंद नहीं है. तिलकुट का नाम आते ही मुंह में पानी आने लगता है. पूरे देश में बिहार के गया का तिलकुट प्रसिद्ध है. यही कारण है कि देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले लोग जब बिहार के गया से होकर गुजरते हैं, तो वहां तिलकुट लेना खरीदना नहीं भूलते. झारखंड में तिलकुट का स्वाद आम तौर पर लोग मकर संक्रांति के मौके पर ही लेते हैं. यही कारण है कि बिहार के गया सहित अन्य क्षेत्रों से दर्जनों दुकानदार हर साल लोहरदगा के बाजार में तिलकुट की दुकान लगाते हैं. यहां के लोगों को बिहार के स्वाद से रूबरू कराते हैं. इस बार भी लोहरदगा शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में तिलकुट की दुकानें सज चुकी है. अब मकर संक्रांति में कुछ दिन ही शेष रह गए है. तिलकुट का बाजार अब गुलजार नजर आने लगा है.
तिलकुट से सालों भर मिलता है रोजगार
शहरी क्षेत्र के पावरगंज चौक, सोमवार बाजार, बरवा टोली चौक, महावीर चौक, न्यू रोड, ईस्ट गोला रोड, मिशन चौक सहित अन्य स्थानों में तिलकुट की दुकानें सजी हुई है. यहां पर बिहार के गया के अलावा अन्य क्षेत्रों से भी दर्जन भर की संख्या में तिलकुट के दुकानदार नवंबर माह में ही पहुंच चुके हैं. तिलकुट तैयार करने को लेकर पूरे जोर-शोर से तैयारी चल रही थी. जैसे ही नया साल शुरू हुआ, तिलकुट की बिक्री भी शुरू हो गई. जिला में जनवरी के पहले पखवाड़े में तिलकुट का लाखों का कारोबार होता है. तिलकुट बनाकर इससे जुड़े हुए लोग सालों भर रोजगार भी पाते हैं. यही कारण है कि तिलकुट बनाने वाले कारीगर भी इससे जुड़े हुए हैं. हालांकि नई पीढ़ी इस काम से नहीं जुड़ पा रही है. जितनी ज्यादा मेहनत तिलकुट का स्वाद उतना ही निखर कर सामने आता है.