लोहरदगा: गर्मी में पानी की आवश्यकता को पूरा करने को लेकर हर साल लाखों करोड़ों की योजनाएं बनाई जाती हैं. बावजूद इसके शहरी आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में प्रशासनिक तंत्र अब तक कामयाब नहीं हो पाया है.
500 परिवारों को राहत
लोहरदगा शहरी क्षेत्र में रहने वाले करीब 70 हजार की आबादी के लिए पेयजल आज भी एक गंभीर समस्या है. इन सबके बीच लोहरदगा शहरी क्षेत्र में एक ऐसी जलधारा है, जो स्थानीय 500 परिवारों के साथ-साथ आसपास के कई परिवारों को सालों भर पानी उपलब्ध कराती है. यह स्थानीय लोगों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है.
30 साल से उपयोग
इस जलधारा से पानी ले जाने को लेकर सुबह सूरज निकलने से पहले और देर रात तक लोगों की कतार लगी रहती है. शहर के न्यू रोड में स्थित इस जलधारा की पानी का उपयोग सैकड़ों परिवार करते हैं. प्राकृतिक संरचना और तकनीकी सहयोग की वजह से पिछले 30 साल से भी ज्यादा समय से इस जलधारा का उपयोग होता रहा है.
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नल का रूप
लोहरदगा- गुमला-रांची मुख्य पथ पर न्यू रोड के पास सड़क के दोनों ओर ढलान होने की वजह से जलापूर्ति पाइपलाइन यहां पर काफी नीचे चली जाती है. यहीं पर शहरी जलापूर्ति योजना का एयर रिलीज वाल्व स्थित है. जहां से पाइप में पानी का प्रेशर कम करने को लेकर वाल्व लगाया गया है. इससे पानी का रिसाव होता था. स्थानीय लोगों ने इस पानी का उपयोग शुरू किया तो नगर परिषद ने यहां पर पाइपलाइन के माध्यम से इसे एक नल का रुप दे दिया.