लोहरदगा: विधायक सरयू राय (Saryu Rai) ने लोहरदगा में महत्वपूर्ण बयान दिया है. वे जमशेदपुर पूर्वी से विधायक (MLA from Jamshedpur East) हैं. झारखंड विधानसभा की सामान्य प्रयोजन समिति की बैठक में हिस्सा लेने के लिए लोहरदगा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने झारखंड सरकार गिराने की साजिश और झारखंड से मैट्रिक पास अभ्यर्थियों को नौकरी दिए जाने के झारखंड सरकार के फैसले को लेकर टिप्पणी की है. सरयू राय का बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
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सरकार गिराने की कोशिश करना अपराध नहीं
सरयू राय (Saryu Rai) ने कहा है कि उन्हें लगता है कि सरकार गिराने की साजिश (conspiracy to topple the government) का पूरा ही प्रकरण राजनीतिक नादानी से पैदा हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर कोई सरकार गिराना चाहता है ( trying to topple the government ) और उसके मन में है कि यह सरकार नहीं रहनी चाहिए तो उसमें साजिश क्या है और अपराध क्या है. अगर सरकार के विधायकों की संख्या उस के पक्ष में पूरी नहीं रह पाएगी तो सरकार तो गिरेगी ही. उन्हें नहीं लगता है कि सरकार गिराना, सरकार बदलना कोई अपराध का काम है. राजनीति में लोगों को स्वतंत्रता रहनी चाहिए. कोई व्यक्ति अपना होटल चला रहा है, कोई अपना काम कर रहा है, किसी से बात कर रहा है कि हम सरकार गिरा देंगे तो उससे सरकार गिरती नहीं है. वह अपने समय की बर्बादी कर रहा है. सरयू राय ने कहा है कि उन्हें लगता है कि शासन प्रशासन को मामले में गंभीरता दिखानी चाहिए. इसमें परिपक्वता दिखानी चाहिए. सत्ता पक्ष को भी और विपक्ष को भी बेवजह की राजनीतिक बयानबाजी कर आम लोगों के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न नहीं करनी चाहिए.
झारखंड से मैट्रिक पास के निर्णय को लेकर सुधार की जरूरत
इस अलावा सरयू राय ने कहा कि झारखंड में नौकरी को लेकर केवल मैट्रिक पास करना और इंटर पास करना आधार नहीं होना चाहिए. यहां का कोई व्यक्ति है और वह बाहर पढ़ाई कर रहा है तो उसका भी अधिकार बनता है. सरकार का जो निर्णय है उस निर्णय को थोड़ा और परिमार्जित करना चाहिए. इस निर्णय को लागू करने से अगर स्थानीय लोगों को नुकसान होता है. उनका हक नहीं मिलता है तो इस स्थिति में उस निर्णय में सुधार किया जाना चाहिए.