लोहरदगा: कहते हैं कानून के हाथ लंबे होते हैं, अपराधी लाख भाग ले, पर कानून उसे दबोच ही लेता है. पर पुलिस की गाड़ी की बात जब आती है तो यही कहावत उल्टी पड़ जाती है. लोहरदगा में पुलिस की गाड़ी अक्सर धोखा दे जाती है. फिर इसी तरह का नजारा देखने को मिला है. गश्त पर निकली पुलिस की गाड़ी बीच सड़क में धोखा दे गई. पुलिसकर्मियों को गाड़ी को धक्का लगाना पड़ा.
मजबूत संसाधन की जरूरत
पुलिसकर्मियों के लिए यह शर्मनाक था, पर मजबूरी थी तो क्या किया जा सकता है. पुलिस प्रशासन तब तक अपराधियों से आगे नहीं रह सकती है, जब तक उनके पास संसाधन मजबूत न हों. ऐसे हालात में अपराधी कैसे पकड़े जाएंगे. तमाम परिस्थितियां पुलिस के लिए उपलब्ध संसाधनों पर सवाल उठाती हैं. पुलिसकर्मी इस मसले पर कुछ भी कहने से बचते रहे.