सैंकड़ों ग्रामीणों ने डीसी के पास पहुंचकर लगाई गुहार लोहरदगा: जन वितरण प्रणाली की व्यवस्था में पारदर्शिता लाने का दावा सरकार के स्तर से तो खूब किया जाता है, लेकिन जमीन पर हकीकत बिल्कुल अलग है. लोहरदगा जिले के विधायक झारखंड सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री हैं. वह लगातार विभाग की समीक्षा भी करते हैं. इसके बावजूद जन वितरण प्रणाली के उपभोक्ताओं की शिकायतें कम होने का नाम नहीं ले रही. उपभोक्ता दुकानदारों से परेशान हैं. इस तरह का मामला सामने आने के बाद उपभोक्ता परेशान होकर डीसी के पास पहुंचे.
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लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती कैरो प्रखंड के गितिलगढ़ गांव के सैकड़ों ग्रामीण लोहरदगा जिला मुख्यालय पहुंचकर डीसी से मिले. ग्रामीणों में इस बात को लेकर आक्रोश था कि सरिता महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित जन वितरण प्रणाली की दुकान से उन्हें समय पर और सही माप तौल में अनाज नहीं मिलता है. ग्रामीणों का कहना है कि समूह द्वारा पिछले दो महीने का राशन देने की बात कह कर मशीन में अंगूठा तो लगवा लिया गया, परंतु एक महीने का ही खाद्यान्न दिया गया है.
यही नहीं लोगों का आरोप है कि डिजिटल तौल मशीन की जगह ईंट-पत्थर से पुराने तराजू पर खाद्यान्न तौल कर वितरित किया जा रहा है. वर्ष 2022 अक्टूबर माह का राशन कई उपभोक्ताओं को नहीं मिला है. इस बात को लेकर उन्होंने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी से भी शिकायत की थी. इसके बावजूद मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. दुकानदार उनसे कहता है कि जहां शिकायत करना है कर लो, उसे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. जिसके बाद ग्रामीणों ने सैंकड़ों की संख्या में डीसी कार्यालय पहुंचकर मांग पत्र सौंपा और डीसी को अपनी मांगों से अवगत कराया है.
डीसी ने ग्रामीणों को भरोसा है कि शायद अब जिला प्रशासन की पहल के बाद उन्हें उनका हक मिल सके. ग्रामीण कहते हैं कि उन्हें किसी भी दुकान के साथ मर्ज कर दिया जाए, वह वहां से राशन ले लेंगे, परंतु इस दुकान में उनका हक मारा जा रहा है.