लोहरदगा:बरसात का महीना शुरु हो चुका है. बारिश शुरू होते ही कई योजनाओं पर ग्रहण लग जाता है. विकास योजनाओं की रफ्तार रुक जाती है. इस बार भी बारिश शुरू होने के साथ ही मनरेगा की योजनाएं प्रभावित होना भी शुरू (schemes affected due to rain) हो चुका है. इसके अलावा सामग्री नहीं मिलने से भी मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन में परेशानी आ रही है. हालत ऐसी है कि अगर एक सप्ताह के भीतर ज्यादातर योजनाओं को पूर्ण नहीं किया गया तो मनरेगा सिंचाई कूप ध्वस्त होना शुरू हो जाएगा. जिससे सीधे-सीधे सरकार को नुकसान होगा, कहीं सरकार का पैसा पानी में ना चल जाए.
पानी में ना चल जाए सरकार का पैसा! बारिश से मनरेगा की योजनाएं प्रभावित, नहीं मिल रही मजदूरी
लोहरदगा में बारिश की वजह से मनरेगा की योजनाएं प्रभावित (MGNREGA schemes affected) हो रही हैं. जिला में मनरेगा के तहत सिंचाई कूप का निर्माण हो रहा है. लेकिन ऐसा ना हो कि इस वर्षा के कारण सरकार का पैसा इस पानी में धुल जाए.
जिला में बन रहे 1121 मनरेगा कूपः जिला में मनरेगा के तहत सिंचाई कूप का निर्माण हो रहा है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 1118 मनरेगा सिंचाई कूप स्वीकृत हुए थे. जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में मात्र तीन मनरेगा सिंचाई कूप को स्वीकृत किया गया. कुल मिलाकर जिला में इस समय 1121 मनरेगा कूप का निर्माण कार्य चल रहा है. देखने वाली बात यह है कि अब तक महज 70 मनरेगा कूप ही पूर्ण हो सके, शेष सिंचाईं कूप का निर्माण कार्य जारी है. महत्वपूर्ण बात यह भी है कि वर्तमान समय में चिप्स और बालू की कमी की वजह से मनरेगा सिंचाई कूप के निर्माण में परेशानी आ रही है.
इसके अलावा बारिश शुरू (rain in Lohardaga) होने से कुआं धंसना भी शुरू हो जाएगा. अगर समय पर सिंचाई कूप को पूरा नहीं किया गया तो योजनाओं के क्रियान्वयन पर संकट गहरा सकता है. जिला प्रशासन जल्द से जल्द मनरेगा सिंचाई कूप को पूर्ण कराने का प्रयास कर रहा है, पर बालू और चिप्स की कमी की वजह से समस्या आ रही है. इसके अलावा मनरेगा मजदूरों को दिसंबर 2021 से ही मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है. विभाग को आवंटन प्राप्त नहीं होने की वजह से मनरेगा योजनाओं में काम कर रहे साढ़े छह हजार मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल पाई है. कुल मिलाकर मनरेगा में काम करना फिलहाल चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.