लोहरदगा:सदर थाना परिसर स्थित शिव मंदिर में हुई शादी के गवाह कई लोग बने. यह प्रेम विवाह अपने आप में अनूठी रही. शादी को लेकर लड़की काफी खुश थी. लड़का थोड़ा शर्मा रहा था और थोड़ा संकोच में भी था. फिर भी वह शादी के लिए तैयार हो गया. कुछ कानून के डर से, कुछ होलिका के प्रेम के वश में. कुल मिलाकर इस प्रेम प्रसंग का एक सुखद परिणाम निकल कर आया.
ना-ना करते शादी उसी से करनी पड़ी, थाना परिसर में लेने पड़े फेरे
पहले साथ मिलकर गाने गाए, फिर उसके बाद प्रेम हुआ. प्रेम के बाद शादी का वादा किया, फिर वादे से मुकरने लगा. मामला पुलिस तक पहुंचा. पुलिस ने समझाया या तो विवाह बंधन में बंध जाओ, नहीं तो हथकड़ियां पहननी पड़ेगी. पुलिस का समझाना काम आया. प्रेमी युगल थाना परिसर में ही विवाह बंधन में बंध गए.
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प्रेम के बाद शादी से मुकर गया था प्रेमी:प्रेम के बाद धोखा देने की तैयारी थी. शादी के वादे से लड़का मुकर रहा था. लड़की ने पुलिस के पास फरियाद लगाई. पुलिस ने समझाया, या तो शादी करो या जेल जाने के लिए तैयार हो जाओ. लड़के की अकल ठिकाने आ गई. वह शादी के लिए राजी हो गया. लोहरदगा जिले के सदर थाना क्षेत्र के रघु टोली निवासी जगेश्वर गोप के पुत्र रंजन गोप और गुमला जिला के घाघरा थाना क्षेत्र के ब्रांग गांव निवासी स्वर्गीय बसराज लोहरा की पुत्री होलिका कुमारी मिलकर यूट्यूब पर गाना तैयार करते थे. दोनों यूट्यूबर थे. दोनों को पॉपुलर होने की चाहत थी. रास्ता चुना, यूट्यूब को. साथ मिलकर काम करने लगे. पता नहीं काम करते-करते कब दिल लग गई. एक-दूसरे से इंतहा की हद तक मोहब्बत करने लगे.
अचानक से रंजन अपने वादे से मुकर गया. जिस होलिका को उसने सात जन्मों का वादा किया था, उससे अब वह आंखें चुराने लगा. कहने लगा, हमने तो कभी वादा किया ही नहीं था. अब ऐसे में होलिका करती भी तो क्या, पहुंच गई पुलिस के पास. मुसीबत की इस घड़ी में लोहरदगा महिला थाना पुलिस ने लड़की का साथ दिया. रंजन को बुलाकर समझाया कि या तो वरमाला डालो या फिर हथकड़ी पहनो. बात रंजन की समझ में आ गई. परिणय स्थल बना लोहरदगा सदर थाना परिसर का शिव मंदिर. पुलिसवाले और दोनों परिवारों की मौजूदगी में रंजन और होलिका कि हिंदू रीति-रिवाज से शादी हुई. होलिका खुश थी. उसे सपनों का राजकुमार मिल गया. रंजन को भी अपनी गलती का एहसास हुआ.