लोहरदगा: जिला में रेल सेवा न सिर्फ यातायात के प्रमुख साधनों में से एक है, बल्कि यहां की जिंदगी से भी गहरा जुड़ाव है. कोविड-19 की वजह से पिछले सात महीने से लोहरदगा से रांची यात्री रेलगाड़ी का परिचालन बंद पड़ा हुआ है. जिसकी वजह से जिंदगी थम सी गई है. लोगों को आवागमन में तो परेशानी झेल नहीं पड़ रही है, साथ ही रेल से जुड़े रोजगार पाने वाले लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है. लोहरदगा से रांची के बीच यात्रा के लिए लोकल यात्री रेल गाड़ी ही एक मात्र साधन है.
सात महीने से बंद है लोहरदगा-रांची रेल सेवा, रुक गई है जिंदगी - लोहरदगा में लोग परेशान
कोविड-19 की वजह से लोहरदगा में पिछले सात महीने से रेल सेवा ठप पड़ी हुई है. वर्ष 1911 में शुरू हुई रेल सेवा पहली बार किसी महामारी की वजह से इतने लंबे समय तक बंद रही. वहीं लोग इंतजार में है कि जल्द से जल्द रेल सेवा को शुरू किया जाए.
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रेल सेवा का काफी अधिक महत्व
यहां के व्यापारियों और स्थानीय लोगों के लिए इस रेल सेवा का काफी अधिक महत्व है. लंबे समय से रेल सेवा बंद रहने से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. सिर्फ लोहरदगा ही नहीं बल्कि, गुमला जिला के लोगों के लिए भी राजधानी रांची जाने का यह एक सुलभ मार्ग था. लोहरदगा जिला के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग रेल सेवा का लाभ लेते थे. जब से रेल सेवा बंद पड़ी है, लोगों को रांची आने जाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.