लोहरदगा: पुलिस ने टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के हार्डकोर नक्सली बालेश्वर गंझू उर्फ अफजल उर्फ सीता गंझू को गिरफ्तार कर लिया है (Lohardaga police arrested TSPC Naxalite ). लोहरदगा पुलिस इसे अपनी बड़ी सफलता मान रही है. बालेश्वर गंझू लोहरदगा पुलिस के साथ जंगलों में हुए मुठभेड़ के दौरान फरार हो गया था.
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बागेश्वर के फरार होने के बाद पुलिस उसकी तलाश को लेकर संभावित स्थानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी. इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इस हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार कर लिया है. टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के साथ लोहरदगा पुलिस की 2020 में अक्टूबर महीने में जोबांग थाना क्षेत्र के जामडीह जंगल में मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में के दौरान उग्रवादियों का दस्ता भाग निकला था. इसमें कुंदा थाना क्षेत्र के तीन पिंजनी गांव का रहने वाला बालेश्वर गंझू भी शामिल था. इस उग्रवादी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लंबे समय से कोशिश कर रही थी. इसके खिलाफ अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं.
पुलिस का मानना है कि लोहरदगा में माओवादियों का लगभग सफाया हो चुका है. हालांकि जिले में नक्सली कमांडर रविंद्र गंझू (Naxalite Commander Ravindra Ganjhu in Lohardaga) का दस्ता अब भी सक्रिय है. इस नक्सली की वजह से जिले से पूरी तरह नक्सलियों का खात्मा नहीं हुआ है. लोहरदगा पुलिस की ओर से सर्च ऑपरेशान के साथ साथ छापेमारी अभियान चलाया गया. लेकिन हार्डकोर नक्सली पुलिस की पहुंच से बाहर है. ऑपरेशन डबल बुल (Operation Double Bull) के दौरान भी यह नक्सली पुलिस की पकड़ से बच निकला था. यह नक्सली पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. इस नक्सली पर सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसके बावजूद पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बताया जाता है कि इस माओवादी कमांडर के दस्ते में एक दर्जन से अधिक हथियारबंद नक्सली शामिल हैं.