लोहरदगाःदूसरे प्रदेश से मजदूरों का लगातार लौटना जारी है. कुछ मजदूरों को सरकार वापस ला रही है तो कुछ मजदूर वापस साइकिल और मोटरसाइकिल से भी पहुंच जा रहे हैं. इसके अलावा विद्यार्थियों का भी लगातार लौटना जारी है. मजदूरों और विद्यार्थियों के लगातार आने की वजह से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. लोहरदगा में 2 मजदूरों में बुखार सहित अन्य लक्षण पाए जाने के बाद उन्हें तत्काल होम आइसोलेशन में रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग उनकी निगरानी कर रहा हैं. रांची से भी कई लोग लोहरदगा पहुंचे थे, इन्हें भी क्वॉरेंटाइन किया गया है.
रखी जा रही है कड़ी निगरानी
मजदूरों के लगातार लौटने के मामले सामने आने के बाद उनकी निगरानी को भी काफी हद तक बढ़ा दिया गया है. लोहरदगा जिले के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों का लौटना जारी है. लोहरदगा जिले के सदर प्रखंड में अब तक 36 मजदूर वापस लौटे हैं. जबकि सेन्हा प्रखंड में 18, कुडू प्रखंड में 51, कैरो प्रखंड में 25 और भंडरा प्रखंड में 42 मजदूर दूसरे प्रदेशों से वापस लौटे हैं.
इन मजदूरों का सबसे पहले सदर अस्पताल में थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांच की गईं. इसके बाद इन्हें गांव भेजा गया. गांव में विशेष समिति इन मजदूरों पर निगरानी रख रही है.
मजदूरों को अकेले अपने घर के कमरे में रहने को कहा गया है. गांव-घर में घूमने नहीं दिया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर लगातार चिकित्सकीय टीम इनकी निगरानी भी कर रही है.
यह भी पढ़ेंःगिरिडीहः सूरत में फंसे मजदूरों की हुई घर वापसी, स्पेशल ट्रेन से लाया गया
जिले के शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों का लौटना अब भी जारी है. इसके अलावा बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी लौट रहे हैं. देखने वाली बात यह भी है कि लोहरदगा में कई ऐसे मजदूर भी हैं जो साइकिल और मोटरसाइकिल से भी अपने गांव लौटे हैं. इन मजदूरों को चिन्हित करने को लेकर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है.
रांची जोन से भी कई मजदूरों के लोहरदगा लौटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ चुका है. दूसरे प्रदेशों से मजदूरों के लौटने को लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्रवाई कर रही है.
लोहरदगा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में मजदूरों के लौटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है. केरल, तेलंगाना, रांची सहित कई क्षेत्रों से मजदूर वापस लौटे हैं, जिन्हें क्वॉरेंटाइन करते हुए उनकी निगरानी की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे निगरानी कर रही है. गांव में भी विशेष समिति इन मजदूरों की निगरानी कर रही है.