लोहरदगाःआज कोरोना की वजह से पूरा विश्व परेशान हैं. दुनिया के बड़े-बड़े देश आज कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. लगातार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने के बाद भयावह स्थिति ने विश्व की चिंता बढ़ा दी है. इन सबके बीच एक ऐसी भी लाइलाज बीमारी है, जिससे आज भी स्वास्थ्य विभाग विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पूरी सजगता के साथ मुकाबला कर रहा है.
एड्स रोगियों को मिल रहा समुचित उपचार. हम बात कर रहे हैं एड्स यानी कि एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की. इन मरीजों के इलाज और उनके दवा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे समर्पित रूप से काम कर रही है. निश्चित रूप से जंग तो यहां भी जिंदगी की है. स्वास्थ्य विभाग दो मोर्चे पर एक साथ लड़ रहा है.
लोहरदगा में 70 एचआईवी पॉजिटिव मरीज
लोहरदगा जिले में कुल 70 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों हैं. हाल के समय में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. कई ऐसे मरीज भी है जो लॉकडाउन की वजह से लोहरदगा में है.
इन लोगों को दवा उपलब्ध कराने सहित इनकी देखभाल और अन्य सुविधाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग समर्पित रूप से काम कर रहा है. जहां पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी से लड़ने को लेकर एकजुट है, वही लोहरदगा स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस की तरह एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की सेवा में भी जुटा हुआ है.
विपरीत परिस्थितियों लॉकडाउन और तमाम परेशानियों के बीच लोहरदगा जिला एड्स कंट्रोल सोसायटी की काउंसलर अर्चना प्रसाद एक-एक एचआईवी पॉजिटिव मरीज के घर तक पहुंचकर उन्हें दवा उपलब्ध करा रही हैं. उनको देखभाल और जरूरी बातों की जानकारी भी दे रही हैं.
एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को समाज में समान अधिकार और सम्मान दिलाने को लेकर जागरूक करने का काम भी वे कर रही हैं. स्वास्थ्य विभाग की यह पहल निश्चित रूप से प्रशंसा योग्य है. तारीफ इस बात की करनी चाहिए कि कोरोना संक्रमण जैसी महामारी की स्थिति में जब स्वास्थ्य विभाग का एक एक कर्मचारी कोरोना संक्रमण से निपटने के काम में जुटा हुआ है.
ऐसे समय में एड्स कंट्रोल सोसायटी एड्स प्रभावित मरीजों के इलाज को लेकर बेहद सजगता के साथ काम कर रही है.
पलायन की वजह से गंभीर है स्थिति
लोहरदगा जिले में मजदूरों का पलायन हर साल हजारों की संख्या में होता है. कई ऐसे लोग हैं जो ड्राइवर और दूसरे ऐसे पेशे में हैं, जिन्हें दूसरे राज्यों और जिलों में आना-जाना पड़ता है. ऐसे लोग ज्यादातर एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं.
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इन लोगों के इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है. पलायन एचआईवी पॉजिटिव को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कारक साबित हुआ है. पलायन की वजह से कई लोग दूसरे प्रदेश में जाकर एड्स जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो जा रहे हैं.
लोहरदगा जिले में कुल 70 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों के इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग बेहद सक्रियता के साथ काम कर रही है. कोरोना वायरस जैसी महामारी के बीच स्वास्थ्य विभाग की एड्स कंट्रोल सोसायटी एक-एक एचआईवी पॉजिटिव मरीज के घर तक पहुंचकर दवा उपलब्ध करा रहा है. विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद एड्स प्रभावित मरीजों को दवा और अन्य बातों में कोई भी उदासीनता नहीं बरती जा रही.