लोहरदगा: बढ़ते तापमान के साथ आग लगने की सबसे अधिक घटनाएं भी सामने आती है. कई बार यह घटना इतनी भयावह हो जाती है कि जानमाल का भारी नुकसान हो जाता है. इसके पीछे वजह होती है कि समय पर आग पर नियंत्रण नहीं पाया जाता.
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लोगों को ना तो आग से बचाव को लेकर ठीक जानकारी होती है और ना ही अग्निशमन विभाग समय पर घटनास्थल पर पहुंच पाता है. वजह साफ है कि आबादी बढ़ने के साथ ही मकानों की संख्या बढ़ गई. सड़कें अब गलियां बन चुकी हैं. रास्ते तंग हो चुके हैं. अग्निशमन वाहन को वहां तक पहुंचने में परेशानी आती है. अग्निशमन विभाग से बिना एनओसी लिए ही मकान पर मकान बनाए जा रहे हैं तो परेशानी तो बढ़ेगी ही. फिर भी अग्निशमन विभाग ने बताया है कि आग से सुरक्षा को लेकर क्या उपाय करना चाहिए.
Fire Safety Rules का पालन जरूरीः आग से बचाव को लेकर फायर सेफ्टी रूल्स का पालन बेहद जरूरी है. लोहरदगा अग्निशमन विभाग के अग्निशमन पदाधिकारी सुधीर कुमार सिंह कहते हैं कि सबसे पहले मकान बनाने से पहले अग्निशमन विभाग से एनओसी जरूर लेना चाहिए. इससे कहीं पर कोई कमी रहेगी तो उसके बारे में जानकारी मिल सकेगी. कभी आग लगने की घटना होती है तो तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जा सकता है. इसके अलावा मकान बनाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम कुछ स्थान छोड़कर अपना मकान बनाएं, वाहनों के आने-जाने में परेशानी ना हो. दुर्भाग्य पूर्ण रूप से वर्तमान समय में लोग ऐसा नहीं करते हैं.
दूसरी बात यह है कि हमें अपने घर, सार्वजनिक स्थान, अस्पताल, स्कूल जैसे स्थानों में आग से बचाव को लेकर जरूरी उपाय करना चाहिए. अगर हम जरूरी उपाय नहीं करते हैं तो यह परेशानी काफी ज्यादा बढ़ जाती है. समय-समय पर अग्निशमन विभाग द्वारा प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं. जिसके माध्यम से लोगों को यह बताया जाता है कि क्या और किस प्रकार से हमें आग से सुरक्षा को लेकर कदम बढ़ाना चाहिए. लोगों को आग से बचाव को लेकर जागरूक होना बेहद जरूरी है.
खुद भी समस्याओं से जूझ रहा है दमकल विभागः लोहरदगा अग्निशमन विभाग खुद भी कई समस्याओं से जूझ रहा है. यहां पर फायर हाइड्रेंट की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा कर्मचारियों की कमी है, संसाधनों की कमी भी है, साथ ही कई अन्य परेशानियां भी हैं. अग्निशमन विभाग की परेशानियों को दूर करने से आग से बचाव को लेकर राहत एवं बचाव कार्य में परेशानियां कम हो जाएंगी. महत्वपूर्ण बात यह है कि अग्निशमन विभाग की ओर से लोगों को जागरूक तो किया जाता है. लेकिन लोग आग लगने की स्थिति में अग्निशमन विभाग की ओर से कैसे सहायता ले सकें, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. ज्यादातर लोगों को तो यह भी पता नहीं कि अग्निशमन विभाग से संपर्क कैसे करना है. विभाग की ओर से लोगों को 112 नंबर की सुविधा के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.
गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. अग्निशमन विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करते हुए आग से बचाव के उपायों के बारे में बताया जाता है. हमें अपने घर में क्या उपाय करना चाहिए, यह जानकारी जरूरी है. फायर सेफ्टी से संबंधित सामान बेहद जरूरी हो जाते हैं. सड़कें इतनी चौड़ी जरूर होनी चाहिए कि वहां पर अग्निशमन विभाग का वाहन आसानी से पहुंच सके. घर में आग से बचाव को लेकर उपाय होना चाहिए. आग लगने पर तत्काल इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को देनी चाहिए. इसके अलावा भी अन्य उपाय बताए जा रहे हैं.