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नागपुरी भाषा में श्रीमद्भागवत गीता उपलब्ध, गीता महात्मय पुस्तक का लोहरदगा में विमोचन - झारखंड न्यूज

श्रीमद्भागवत गीता का नागपुरी अनुवाद अब आम लोगों के लिए उपलब्ध है. लोहरदगा में गीता महात्मय पुस्तक का विमोचन किया गया है. इस पुस्तक के माध्यम से अब लोग नागपुरी भाषा में गीता पढ़ पाएंगे. स्थानीय भाषा को बढ़ावा देने और गीता को लोकप्रिय बनाने के लिए यह पहल की गई है.Geeta Mahatmya Book Released In Lohardaga.

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Geeta Mahatmya Book Released In Lohardaga

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 1, 2023, 10:38 PM IST

लोहरदगा : संपूर्ण गीता का नागपुरी अनुवाद गीता महात्मय का रविवार को लोहरदगा के महादेव टोली रोड स्थित देव कुंज में विमोचन किया गया. विमोचन कार्यक्रम में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद समीर उरांव, भाजपा के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधान पार्षद प्रवीण कुमार सिंह, बलबीर देव, मदन मोहन पांडे सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे. इस मौके पर राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने कहा कि स्थानीय भाषाओं, लोक भाषाओं का सर्वांगीण विकास तभी हो सकता है, जब हम आम व्यवहार में इसे शामिल करेंगे. हमारी भाषा और संस्कृति ही हमारी पहचान है और इसे हमें अक्षुण्य बनाए रखना चाहिए.

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गीता सिर्फ पुस्तक नहीं, जीवन का सत्य हैःवहीं मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि गीता सिर्फ एक पुस्तक नहीं है, बल्कि जीवन का सत्य है. यह जीवन को मार्ग दिखाता है. गीता का सही उपयोग तभी हो सकता है, जब हम इसे अपने जीवन में आत्मसात करें. वहीं नागपुरी में गीता का अनुवाद करने वाले लेखक लाल राजेंद्र प्रताप देव ने कहा कि नागपुरी भाषा में गीता का अनुवाद करने का उद्देश्य आम लोगों के बीच गीता को लोकप्रिय बनाना है.

अब नागपुरी में पढ़ी जा सकती है गीताः लाल राजेंद्र प्रताप देव ने कहा गीता एक ऐसी पुस्तक है, जिसका एक-एक शब्द इंसान को सही राह दिखाता है. लोग संस्कृत में गीता पढ़ नहीं पाते थे, इसे समझ नहीं पाते थे. इस वजह से उन्होंने इसे नागपुरी में अनुवादित किया. कार्यक्रम में बलबीर देव, दिलीप देव, रामचंद्र गिरी, दीपक मुखर्जी, अजय पंकज, मदन मोहन पांडे, पूर्व विधायक शिव शंकर उरांव, विकास भारती विशुनपुर के भिखारी भगत सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही.

अतिथियों ने की पहल की सराहनाःस्थानीय भाषा के महत्व को बढ़ाने, गीता के बारे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने और लोक भाषाओं के पोषण के संकल्प के साथ लोहरदगा में श्रीमद्भागवत गीता के नागपुरी अनुवाद गीता महात्मय का विमोचन किया गया. कार्यक्रम में साहित्य जगत से जुड़े कई लोग मौजूद रहे और अपने विचार व्यक्त किए. पुस्तक के महत्व की सराहना की. साथ ही आने वाले समय में लेखक लाल राजेंद्र प्रताप देव द्वारा अन्य पुस्तकों की भी रचना की उम्मीद जतायी.

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