लोहरदगा: बर्ड फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जरूरी निर्देश दिए गए हैं. स्वास्थ्य की विभिन्न इकाइयों से कहा गया है कि वह सतर्कता बढ़ाएं, लोगों को जागरूक करें. साथ ही विभाग के निर्देशों का शत- प्रतिशत अनुपालन करना सुनिश्चित करें. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक लोहरदगा आए हुए थे. इस दौरान उन्होंने इस महत्वपूर्ण बिंदुओं को लेकर जरूरी बातें कही है. उनके साथ टीम के कई सदस्य भी मौजूद रहे.
इसे भी पढ़ें- झारखंड में बर्ड फ्लू का मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, इन बातों का रखें खास ख्याल
सभी जिलों को एहतियात बरतने दिया निर्देशः संक्रामक रोगों के खतरे से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग सचेत हो गया है. तत्काल किसी भी संक्रमण को रोकने को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं. झारखंड में एवियन फ्लू (बर्ड फ्लू) ने दस्तक दे दी है. यह पहला मामला है, जिसमें नौ माह के एक बच्चे की एवियन फ्लू (एच3एन2) की रिपोर्ट पॉजिटिव पायी गयी है. ये बच्चा पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. इसको देखते हुए राज्य के सभी सिविल सर्जन को विशेष एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है.
इसको लेकर लोहरदगा में भी अलर्ट है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के झारखंड के निदेशक आलोक त्रिवेदी ने लोहरदगा को दौरा कर स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया. राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के झारखंड के निदेशक आलोक त्रिवेदी ने रिम्स के निदेशक और अधीक्षक के अलावा रांची और रामगढ़ के सिविल सर्जन के साथ-साथ सभी सीएस को इसे लेकर विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के साथ साथ एक्टिव सर्विलांस शुरू करने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत सभी मरीजों की आरटी पीसीआर जांच होगी. उन्होंने राज्य और जिला सर्विलांस यूनिट को आवश्यक कदम उठाने को कहा है. साथ ही मास फीवर सर्वे शुरू करने खासकर छोटे बच्चे और वृद्ध व्यक्ति को इसके संक्रमण से बचाने को विशेष उपाय करने को कहा है, क्योंकि वे इसके अधिक जोखिम की श्रेणी में आते हैं.
बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. राज्य के सभी स्वास्थ्य इकाई के साथ-साथ लोहरदगा स्वास्थ्य विभाग को भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने लोहरदगा पहुंचकर स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम को निर्देश देते हुए कहा है कि इसमें किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए. यह बेहद गंभीर मामला है.