लोहरदगाः झारखंड में कोरोना के मरीजों में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसमें लोहरदगा जिला भी शामिल है. जिला अब कोरोना संक्रमण के खतरनाक दौर की ओर बढ़ चला है. जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित लोगों की संख्या 6 पहुंच चुकी है. हालांकि दो लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं. हाल के समय में जो मामले सामने आए हैं, वह न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग, बल्कि आम लोगों को भी चिंतित करते हैं. विगत दिनों कोरोना संक्रमित के एक मामले में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है.
लोहरदगा में बढ़ा कोरोना संकट जानकारी के अनुसार एक संक्रमित महिला दिल्ली से लौटी, जिसने लोहरदगा के एक निजी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करा कर घर में ही रह रही थी. महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो लोहरदगा जिला प्रशासन के होश उड़ गए. तत्काल स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कार्रवाई करते हुए महिला को कोविड-19 केयर सेंटर में भर्ती कराया गया है. साथ ही अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है.
अस्पताल को किया गया सील
निजी अस्पताल में महिला की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में है. तत्काल निजी अस्पताल को सील करने की कार्रवाई की गई है. इसके अलावा पूरे अस्पताल स्टाफ को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. यही नहीं महिला जिस गांव में रह रही थी, उस गांव के कुल 17 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से लापरवाही के लिए कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है. इस मामले में महत्वपूर्ण बात यह भी है कि महिला ने जांच कराने के बाद या दिल्ली से लौटने के बाद स्वास्थ्य विभाग को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी थी, जिसके कारण कई लोगों पर संक्रमित होने का खतरा बढ़ चुका है.
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सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार भी कहते हैं कि यह लापरवाही है. दिल्ली से लौटने के बाद उन्हें जानकारी मिलनी चाहिए थी. अब आगे की कार्रवाई की जा रही है. हालांकि इस मामले में भी अब तक खामोशी बरती गई है. कुल मिलाकर लोहरदगा में लापरवाही गंभीर परिणाम दे सकती है. संक्रमण को लेकर लापरवाही की स्थिति लगातार सामने आ रही है.
लोहरदगा जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसके साथ ही लापरवाही के मामले भी अब सामने आने लगे हैं. कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों के चुपचाप स्वास्थ्य विभाग को बिना सूचना दिए हुए घर में रहने और जांच रिपोर्ट आने के बाद पूरी स्थिति को लेकर कोई जानकारी नहीं देने का मामला सामने आया है.
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने कई लोगों को क्वॉरेंटाइन कर दिया है. साथ ही निजी नर्सिंग होम को भी सील करने की कार्रवाई की गई है. स्वास्थ्य विभाग ने कई लोगों का सैंपल जांच के लिए लिया है.