लोहरदगा: बीजेपी और आजसू के बीच तल्खी कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इसका असर भी बीजेपी के अंदर नजर आने लगा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास जहां गढ़वा से लेकर गुमला तक प्रत्याशियों के नामांकन में शामिल हुए वहीं, लोहरदगा में सुखदेव भगत के नामांकन में नहीं पहुंचे. इसे लेकर विपक्षी दलों ने भी तंज कसना शुरु कर दिया है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास के नामांकन में शामिल नहीं होने पर सुखदेव भगत ने कहा कि यह समय की व्यवस्था हो सकती है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नामांकन में नहीं पहुंचे तो इसका अर्थ यह नहीं लगाना चाहिए कि वो लोहरदगा चुनाव प्रचार में नहीं आएंगे.
इसे भी पढे़ं:-झारखंड में PM मोदी करेंगे कई रैलियों को संबोधित! अगले हफ्ते से चुनाव प्रचार की कर सकते हैं शुरुआत
वहीं, विपक्षी दलों ने इसे लेकर तंज कसा है. जेवीएम के केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य मोहिबुल्लाह अंसारी ने कहा कि बीजेपी और आजसू के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास सुखदेव भगत के नामांकन में नहीं पहुंचे. उन्होंने बताया कि हालात ऐसे हैं कि बीजेपी की ओर से दो-दो प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है, बीजेपी को तो पहले ही हार मान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि आम जनता भी यह समझ चुकी है कि बीजेपी इस बार अपने वादों को पूरा करने वाली नहीं है.