झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

एजुकेशनल एंड कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत लोहरदगा पहुंचा बेल्जियम विद्यार्थी दल, संस्कृति और सभ्यता से हुए रूबरू - एजुकेशनल एंड कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत लोहरदगा पहुंचा बेल्जियम विद्यार्थी दल

एजुकेशनल एंड कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत बेल्जियम के विद्यार्थियों का दल लोहरदगा पहुंचा. यहां विद्यार्थियों के दल ने डीसी आकांक्षी रंजन और एसपी प्रियदर्शी आलोक से मुलाकात करते हुए लोहरदगा के विकास अपराध की स्थिति, संस्कृति और सभ्यता के बारे में भी जानकारी ली. प्रशासनिक अधिकारियों से रूबरू होने के दौरान विद्यार्थियों के दल ने झारखंड की संस्कृति यहां के व्यंजन और यहां के लोगों की प्रशंसा की.

Lohardaga reaches Belgian student group under Educational and Cultural X program
बेल्जियम का विद्यार्थी दल

By

Published : Jan 7, 2020, 2:49 AM IST

लोहरदगा: सोमवार को बेल्जियम के विद्यार्थियों का दल लोहरदगा पहुंचा. लोहरदगा के लिवेंस एकेडमी विद्यालय में पहुंचने के बाद बेल्जियम के विद्यार्थियों का दल जिले के अलग-अलग क्षेत्रों का भ्रमण करने के उपरांत लोहरदगा के उपायुक्त आकांक्षा रंजन और एसपी प्रियदर्शी आलोक से भी मिला.

देखें पूरी खबर

विद्यार्थिओं ने साझा किया अनुभव

24 विद्यार्थी और 4 शिक्षकों के इस दल ने लोहरदगा की संस्कृति, सभ्यता, अपराध की स्थिति, यातायात की व्यवस्था सहित अन्य बिंदुओं पर जानकारी ली. साथ ही लोहरदगा के प्राकृतिक वातावरण, यहां के मौसम, यहां के लोगों और यहां की जायकेदार भोजन के बारे में भी अपनी राय दी. बेल्जियम के विद्यार्थियों के दल ने उपायुक्त कार्यालय स्थित सभा कक्ष में डीसी आकांक्षा रंजन और एसपी प्रियदर्शी आलोक से मुलाकात करते हुए न सिर्फ अपने अनुभवों को साझा किया, बल्कि यह भी बताया कि बेल्जियम में वे किस प्रकार से रहते है. वहां के हालात कैसे है और यहां कर उन्हें कैसा लग रहा है.

ये भी देखें-नक्सल अभियान में बेहतर काम करने वालों को किया गया सम्मानित, शहीद नीरज छेत्री को मरणोपरांत मिला सम्मान

लिवेंस एकेडमी विद्यालय के विद्यार्थी हैं सभी
विद्यार्थियों के दल ने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वे बेल्जियम के ब्रसेल्स स्थित क्लीन सेमिनारे स्कूल के विद्यार्थी है. लिवेंस एकेडमी विद्यालय के एजुकेशनल एंड कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत झारखंड के दौरे पर है. वे यहां के अलावा भारत के कई हिस्सों में भी जाएंगे. क्लीन सेमिनार स्कूल वही स्कूल है, जहां 19वीं शताब्दी के मध्य में धर्म प्रचारक और शिक्षाविद फादर कांस्टेंस लिवंस पढ़ा करते थे.

डीसी और पुलिस अधीक्षक से मिलते छात्र

लोहरदगा की संस्कृति आई पसंद

फादर कांस्टेंस लिवंस ने बाद में छोटानागपुर आकर यहां जनजातियों की शिक्षा के लिए काम किया. विद्यार्थियों के दल ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करते हुए जिला प्रशासन के कामकाज से रूबरू हुए. विद्यार्थियों ने कहा कि झारखंड खासकर लोहरदगा की संस्कृति, यहां की आबोहवा काफी अच्छी है. स्थानीय संस्कृति और लोगों का व्यवहार उन्हें काफी पसंद आया. झारखंड का व्यंजन काफी लजीज भी लगा.

ये भी देखें-दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के लंबित मामले का जल्द होगा निपटारा, मुख्यमंत्री ने फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन का लिया फैसला

दोनों देश के कविताएं में कई सम्मानता

दोनों देशों की सांस्कृतिक विरासत में बहुत गहराई और सम्मानता भी है. दोनों देशों के पाठ्यक्रम में काफी समानताएं भी है. अंग्रेजी की कई कविताएं दोनों देशों की स्कूल में पढ़ाई जाती है. विद्यार्थियों के दल ने उपायुक्त और एसपी से यहां के विकास की स्थिति की जानकारी भी ली. डीसी और एसपी ने कहा कि यहां नक्सलवाद हावी है हालांकि हाल के समय में नक्सलवाद को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है. यातायात व्यवस्था भी काफी बेहतर हो रही है. विकास योजनाओं से लोगों को रूबरू कराया जा रहा है. प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर विद्यार्थियों का यह वर्ग काफी खुश भी हुआ.

ABOUT THE AUTHOR

...view details