लोहरदगा: शांति व्यवस्था और विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस प्रशासन की गतिविधि और तेज हो चुकी है. लोहरदगा जिले में शुक्रवार को कर्फ्यू में कुल 7 घंटे की ढील लोगों को दी गई है. इस दौरान सरकारी कार्यालय भी खुले रहेंगे.
साथ ही धान क्रय केंद्र को भी खोलने की अनुमति दी गई है. जिला जनसंपर्क कार्यालय ने प्रतिमा विसर्जन के लिए 1 फरवरी की तिथि निर्धारित की है. इसके लिए सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक का समय तय किया गया है. शर्त यह है कि 5 से ज्यादा लोग प्रतिमा विसर्जन के लिए नहीं निकल पाएंगे.
लोहरदगा जिला मुख्यालय में जिला जनसंपर्क कार्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि विभिन्न माध्यमों से प्राप्त अनुरोध पर विधि व्यवस्था की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद पूरे लोहरदगा जिला क्षेत्र में शुक्रवार को सुबह 8:30 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है. इस दौरान लोग आवश्यक सामग्रियों की खरीद कर पाएंगे. जिसमें दवाई, राशन, खाद्य सामग्री आदि की दुकानें भी खुली रह सकेंगी.
इस अवधि में सभी सरकारी कार्यालय को खोले रखने का निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रखंड स्थित धान क्रय केंद्र को भी निर्धारित अवधि में खोलने को कहा गया है. सभी सेवा शर्तों का अनुपालन करने को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. विगत 9 दिनों से जारी कर्फ्यू के दौरान लोहरदगा में अब तक की यह सबसे बड़ी ढील है.
सामान्य हो रहा जीवन
लोहरदगा जिले में जनजीवन अब सामान्य होने लगा है. कर्फ्यू में ढील के दौरान भी सुरक्षाबलों की चौकसी बनी हुई है. चप्पे-चप्पे पर जिला पुलिस बल के जवानों के अलावा अर्धसैनिक बल के जवानों को नियुक्त किया गया है. दंडाधिकारी भी जगह-जगह पर प्रतिनियुक्त कर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं. हालांकि सड़कों पर अभी भी वीरानी बनी हुई है. लोगों को जरूरत के सामान की खरीद के लिए ही कर्फ्यू में ढील के दौरान बाहर निकलने की अनुमति है.
लोहरदगा में कर्फ्यू के नौवें दिन कुल 7 घंटे की ढील लोगों को मिली है. इस दौरान जरूरी सामान की खरीद के लिए लोगों को घर से बाहर निकलने की स्वतंत्रता होगी. कर्फ्यू में ढील के दौरान भी पुलिस प्रशासन की नजर लोगों पर बनी रहेगी. संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे की सहायता से निगरानी की जा रही है.