लोहरदगा: लॉकडाउन की वजह से दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूर अब संयम खो रहे हैं. हर कोई अपने घर वापस लौटना चाहता है. इसके लिए कोई भी कष्ट करने को तैयार है. कुछ इसी तरह का मामला लोहरदगा में उस समय देखने को मिला जब ओडिशा से 19 मजदूर साइकल से ही बिहार के नवादा के लिए चल पड़े.
लोहरदगा तक पहुंचने में उन्हें 3 दिन का समय लग गया था. लोहरदगा पहुंचने पर मजदूरों ने स्थानीय प्रशासन को पूरी स्थिति की जानकारी दी. जिसके बाद आवश्यक जांच-प्रक्रिया के उपरांत उन्हें बिहार के नवादा के लिए रवाना कर दिया गया. बता दें कि ओडिशा के एक स्टील कंपनी में काम करने वाले सभी 19 मजदूर लंबे समय से अपने घर लौटने को लेकर परेशान थे. स्थानीय सरकार के जरिए जब इनकी मदद नहीं की गई, तो मजदूरों का धैर्य टूट गया.
मजदूर साइकल से ही अपने घर के लिए निकल पड़े. शुरुआती समय में तो इन्हें लगा कि शायद यह घर पहुंच भी पाएंगे या नहीं, लेकिन इन मजदूरों ने हिम्मत दिखाते हुए धीरे-धीरे कर लोहरदगा तक पहुंच गए. इस दौरान भी इन्हें 3 दिनों का समय लग गया. मजदूर रात-दिन साइकिल चला रहे थे. कहीं पर एक 2 घंटे आराम कर लिए. उसके बाद फिर साइकिल उठाकर चल दिए. 19 मजदूरों ने परेशानियों से जूझते हुए लोहरदगा तक का सफर तय किया है. अभी इन्हें बिहार के नवादा तक जाना है. इन मजदूरों के चेहरे पर थकान और परेशानी साफ तौर पर नजर आ रही है. फिर भी यह घर जाने को लेकर एक जुनून में नजर आ रहा हैं.
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लोहरदगा पुलिस-प्रशासन के जरिए इनकी आवश्यक जांच-प्रक्रिया के बाद इन्हें बिहार के नवादा के लिए रवाना किया गया. इससे पहले इन्हें पानी और अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई. मजदूर यहां पर कुछ घंटे रुकने के बाद फिर अहले सुबह नवादा के लिए रवाना हो गए. स्थानीय लोगों ने भी मजदूरों की काफी मदद की है.