लातेहारः हुनर है तो कदर है, यह सोच लातेहार जिले में धरातल पर उतरने लगी है. इसके पीछे एक सोच, जिससे लातेहार के बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित कर उनको बेरोजगारी के खिलाफ युद्ध का योद्धा बनाया जा सके.
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ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई पूरी ईमानदारी और लगन से काम करे तो सरकार की योजनाएं खुद-ब-खुद धरातल पर दिखने लगती हैं. लातेहार जिले में इसका उदाहरण आसानी से देखा जा सकता है. चाहे हम बात करें केंद्र सरकार की या फिर राज्य सरकार की, दोनों ही सरकार हमेशा इस बात पर जोर देती रहीं हैं कि युवा हुनरमंद बनें ताकि उन्हें रोजगार के लिए भटकना ना पड़े.
सरकार की इस सोच को जिले के पूर्व उपायुक्त अबु इमरान ने धरातल पर उतारने का पूरा प्रयास किया है. यहां के बेरोजगार युवाओं को नई तकनीक के वाहनों को ऑपरेट करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के बाद युवाओं के सामने रोजगार की संभावनाओं के द्वार खुलने लगेंगे.
कोयला सेक्टर में जिला आगे, रोजगार में युवा पिछड़ेःलातेहार जिला इन दिनों कोयला उत्पादन के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ता जा रहा है. कोल हब बनने के बावजूद लातेहार के युवाओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था. कोयला सेक्टर में सबसे अधिक आवश्यकता लोडर ऑपरेटर, डंपर डीपर ऑपरेटर और एक्सीलेटर ऑपरेटर की मांग होती है. लेकिन यहां के युवा इन काम के लिए प्रशिक्षित नहीं थे.
इसलिए रोजगार के अवसर होने के बाद भी जॉब इनकी पहुंच से दूर रहती थी. इसके लिए आचार्य बने तत्कालीन डीसी अबु इमरान, जिन्होंने युवाओं को मशीनों को ऑपरेट करने का प्रशिक्षण दिलाने की योजना बनाई.
इसी को लेकर डीएमएफटी फंड से स्किल ट्रेनिंग सेंटर (skill training center) की स्थापना कराई. इसकी स्थापना डीएमएफटी फंड से जिले के बालूमाथ प्रखंड में की गई. जिसमें लक्ष्य रखा गया कि पहले चरण में यहां 240 युवाओं को डंपर डीपर, एक्सीलेटर और लोडर ऑपरेट करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए 8 बैच में युवाओं को बांट कर प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है.
युवाओं को अत्याधुनिक तकनीक से रूबरू कराते हुए मशीनों को ऑपरेट करने की जानकारी दी जा रही है. नई तकनीक और अत्याधुनिक तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं को अच्छे भविष्य का स्वप्न साकार होते दिखाई देने लगा है. प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवा रविंद्र गोप और सनील उरांव ने कहा कि पूर्व उपायुक्त की पहल पर उन्हें जो प्रशिक्षण मिल रहा है, उससे अब उन्हें अपने सुनहरे भविष्य की उम्मीद जगी है.
ऑपरेटिंग के साथ-साथ मेंटिनेंस की भी दी जा रही ट्रेनिंगः इस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को न सिर्फ ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रशिक्षण दिया जा रहा. बल्कि उन्हें मशीन के मेंटिनेंस और सेफ्टी के संबंध में भी पूरी तरह प्रशिक्षित किया जा रहा है.
युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे धर्म सिंह ने बताया कि वर्तमान परिवेश में ओनर यही चाहता है कि ऑपरेटर मशीन को ऑपरेट करने के साथ-साथ उसका मेंटिनेंस भी कर सके. जिस ऑपरेटर को मशीन के मेंटिनेंस और सेफ्टी से संबंधित जानकारी होती है उसे रोजगार में प्राथमिकता मिलती है. इसीलिए यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं को ऑपरेटिंग के साथ-साथ मेंटिनेंस की भी जानकारी दी जा रही है.
प्राइवेट प्रशिक्षण लेने पर खर्च होंगे 2 लाखः पूर्व उपायुक्त की पहल पर लातेहार जिले में युवाओं को जिस प्रकार के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है अगर उसी प्रशिक्षण को किसी प्राइवेट संस्थान से प्राप्त किया जाए तो वहां 2 से लेकर 3 लाख रुपये खर्च हो जाएंगे. दिल्ली से आए प्रशिक्षक राजेंद्र सिंह मल्हार ने बताया कि यहां युवाओं को नई तकनीक के साथ पूरी तरह मुफ्त प्रशिक्षित किया जा रहा है.
ट्रेनिंग से रोजगार की पूरी संभावनाः इस ट्रेनिंग सेंटर में युवा सभी प्रकार से प्रशिक्षित हो रहे हैं. प्रशिक्षण सेंटर के निदेशक तौकीर हैदर ने बताया कि यहां युवाओं को सभी प्रकार से प्रशिक्षित किया जा रहा है. जिससे फील्ड में जाने पर उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि यहां युवाओं को थ्योरी, प्रैक्टिकल के अलावा अत्याधुनिक सैमुलेटर के माध्यम से भी प्रशिक्षित किया जाता है.
तौकीर हैदर ने कहा कि लातेहार कोयला क्षेत्र के रूप में आगे बढ़ रहा है. ऐसे में यहां के युवाओं के लिए यह प्रशिक्षण वरदान के समान होगा. ये ट्रेनिंग सेंटर प्रबल इच्छाशक्ति की बानगी है जो ये बताने के लिए काफी है कि अगर आप उच्च पद पर रहते हुए समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं तो आप कर सकते हैं.