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अलविदा 2020 लातेहार, मिलाजुला रहा साल 2020

साल 2020 अपने आखिरी पड़ाव पर है. एक-एक दिन नए साल की दस्तक दे रहा है. साल 2020 अनुभव देकर जा रहा है. वैसे तो साल 2020 पूरी तरह से संक्रमित रहा. इसके अलावा भी देश-दुनिया के साथ-साथ झारखंड में कई छोटी-बड़ी घटनाएं चर्चा में रहीं. झारखंड का लातेहार जिला भी राज्य में कई बार सुर्खियों में रहा. क्या रही साल 2020 की लातेहार जिला की बड़ी खबरें, आइये जानते हैं.

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Published : Dec 28, 2020, 5:18 AM IST

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अलविदा 2020 लातेहार

लातेहारः वर्ष 2020 लातेहार जिला के लिए मिलाजुला रहा. कोरोना वायरस की वजह से जहां वर्ष के शुरुआत में आर्थिक गतिविधियां ठहरी रही. वहीं वर्ष के अंत में उग्रवादियों की चहलकदमी बढ़ गई. यह वर्ष जिला के बेतला पार्क के लिए भी मिलाजुला रहा. इस वर्ष जहां बेतला पार्क जानवरों की लगातार मौत से चर्चा में रहा. वहीं लॉकडाउन के दौरान जानवरों की संख्या बढ़ने से वन विभाग के कर्मी उत्साहित दिखे. ईटीवी भारत आपको लातेहार जिला की 10 बड़ी खबरें से रूबरू करा रहा है.

अलविदा 2020 लातेहार
वर्ष 2020 का फरवरी माह बेतला नेशनल पार्क के लिए दुखद रहा. 17 फरवरी को इस पार्क में एक बाघिन की मौत हो गई. पार्क में बाघों की संख्या लगातार कम हो रही. ऐसे में बाघिन की मौत से पूरे वन विभाग में हड़कंप मच गया. हालांकि बाघिन की मौत के मामले की जांच के लिए वन मंत्रालय ने एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी भी गठित की और पूरे मामले की जांच करवाई. लेकिन बाघिन की मौत किस वजह से हुई इसका स्पष्ट खुलासा नहीं हो पाया.
बेतला नेशनल पार्क में बाघिन की मौत
इसी वर्ष 5 जुलाई महीने में अपराधियों ने भाजपा नेता जिला सांसद प्रतिनिधि जयवर्धन सिंह की हत्या गोली मारकर कर दी. जयवर्धन सिंह बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय स्थित एक दुकान में बैठे थे. इसी दौरान अपराधी वहां पहुंचे और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी. हालांकि बाद में पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए इस हत्याकांड में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
बीजेपी नेता की हत्या
25 जुलाई को लातेहार मंडल कारा से दो कैदी फरार हो गए. कैदियों ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाते हुए जेल की ऊंची दीवार लांघकर दिन के उजाले में भाग निकले. इस घटना से जेल प्रशासन की काफी किरकिरी हुई. हालांकि बाद में जिला पुलिस ने जबरदस्त छापामारी अभियान चलाकर फरार दोनों अपराधियों को फिर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.इसी वर्ष एक साथ मालगाड़ी की चपेट में आने से 5 हिरण की मौत के बाद पलामू टाइगर रिजर्व एक बार फिर से चर्चा में आ गया. 5 हिरणों की मौत के बाद पीटीआर इलाके में जानवरों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे.
ट्रेन की चपेट में आई हिरण
सितंबर का महीना लातेहार जिला में राज्य में सबसे ज्यादा चर्चित रहा. अपने शांतिप्रिय व्यवहार के लिए प्रसिद्ध टाना भगत समुदाय के लोगों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लातेहार के टोरी रेलवे स्टेशन के पास लगभग 72 घंटे तक रेलवे ट्रैक जाम रखा. ट्रैक जाम रहने से मालगाड़ियों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. बाद में मुख्यमंत्री की ओर से मामले में संज्ञान लेने के बाद टाना भगत रेलवे ट्रैक से हटे.
टाना भगतों का प्रदर्शन
साल 2020 का अक्टूबर महीना जिला के लिए आत्महत्याओं से भरा रहा. महीने के पहले सप्ताह में ही जिला भर में लगभग 10 लोगों ने आत्महत्या कर ली. लगातार घट रही आत्महत्या की घटना को रोकने के लिए लातेहार उपायुक्त अबू इमरान ने ऑनलाइन सेमिनार का भी आयोजन किया. जिसमें देशभर के कई मनोवैज्ञानिक जुड़कर लोगों को जागरूक किया.6 नवंबर को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पूरे परिवार के साथ तीन दिवसीय निजी दौरे पर लातेहार के नेतरहाट पहुंचे. इस दौरान उन्होंने नेतरहाट की वादियों का लुत्फ उठाया. वहीं लोध फॉल समेत अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी किया. मुख्यमंत्री का यह तीन दिवसीय दौरा लातेहार जिला में पर्यटन के विकास के क्षेत्र में काफी अहम साबित होगा.
नेतरहाट की वादियों में सीएम
दिसंबर का महीना जिला में उग्रवादी गतिविधियों के लिए चर्चित रहा. काफी दिनों से शांत बैठे माओवादी एक बार फिर से जिला में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. 5 दिसंबर को माओवादियों ने जिला के मनिका थाना क्षेत्र अंतर्गत दोमुहान जंगल में 9 केन बम लगाकर पुलिस को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई. हालांकि समय रहते पुलिस को इसकी सूचना मिल गई और पुलिस ने माओवादियों के मंसूबे पर पानी फेरते हुए सभी बमों को डिफ्यूज कर दिया.
जिला में उग्रवादी गतिविधि
माओवादियों ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए लातेहार-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर स्थित बॉक्साइट माइंस में धावा बोलकर दो निजी सुरक्षाकर्मी और एक सुपरवाइजर को अगवा कर लिया. लगभग 12 दिनों तक माओवादियों ने इन तीनों को बंधक बनाकर रखा. बाद में अगवा लोगों के परिजनों की मार्मिक अपील के बाद माओवादियों ने तीनों को मुक्त किया.17 दिसंबर को लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र अंतर्गत निंद्रा जंगल में पुलिस और टीपीसी उग्रवादी संगठन के बीच जमकर मुठभेड़ हुआ. लगभग 1 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में पुलिस ने टीपीसी के सब जोनल कमांडर को मार गिराया. बाद में सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने घटनास्थल से एक एके-47 राइफल, एक एसएलआर राइफल समेत कई अन्य सामान बरामद किया.
टीपीसी का सब जोनल कमांडर मारा गया
18 दिसंबर की रात कुख्यात अपराधी प्रदीप गंजू के नेतृत्व में लगभग 15 की संख्या में अपराधियों ने तेतरिया कोलियरी में धावा बोल दिया. इस घटना में अपराधियों ने चार ट्रकों को जला दिया. वहीं ट्रक के पास खड़े 4 लोगों को गोली मारकर घायल कर दिया. हालांकि घटना की सूचना मिलने के बाद जब तक पुलिस बल वहां पहुंचती तब तक अपराधी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे.

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