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Latehar News: लातेहार में जंगली जानवर ने मां-बेटे पर हमला कर किया घायल, दोनों का अस्पताल में चल रहा है इलाज

लातेहार में गर्मी शुरू होते ही जंगल से सटे इलाकों में जानवरों का आतंक चरम पर पहुंच गया है. आये दिन भोजन और पानी की तलाश में जंगली जानवर गांवों में प्रवेश कर जाते हैं. साथ ही इस दौरान मानव जीवन पर हमला भी कर रहे हैं. ताजा मामला बरियातू थाना क्षेत्र का है जहां जंगली जानवर ने गांव में प्रवेश कर मां-बेटे को जख्मी कर दिया है.

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Wild Animal Attacked On Mother And Son In Latehar

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Published : Apr 12, 2023, 10:17 PM IST

लातेहारः जिले के बारियातू थाना क्षेत्र के चपरी गांव में बुधवार को जंगली जानवर ने हमला कर मां-बेटे को बुरी तरह से जख्मी कर दिया है. बताया जाता है कि अनीता देवी और उनका पुत्र प्रिंस कुमार अपने घर के आंगन में बैठे थे. इसी दौरान एक जंगली जानवर अचानक घर में घुस आया और दोनों पर हमला कर दिया. जानवर ने सबसे पहले प्रिंस पर हमला किया. प्रिंस को बचाने गई उसकी मां पर भी जानवर ने हमला कर दिया. इस दौरान मां और बेटे दोनों जानवर से बचने का प्रयास करते हुए शोर मचाने लगे. जिसके बाद आसपास के ग्रामीण वहां पहुंच गए. वहीं शोर-शराबा सुनकर जंगली जानवर वापस जंगल की ओर भाग गए. स्थानीय लोगों की माने तो हमला करने वाला जानवर हुनडार या लकड़बग्घा थे.

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अस्पताल में चल रहा है मां-बेटे का इलाज: घटना के बाद आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने घायल मां-बेटे को तत्काल अस्पताल पहुंचाया.जहां चिकित्सकों ने दोनों का इलाज किया. हालांकि चिकित्सक के अनुसार दोनों खतरे से बाहर हैं. इधर, स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना वन विभाग को दे दी है. जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम पहुंच गई और जंगली जानवरों का पता लगाने का प्रयास कर रही है. वन विभाग के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को जंगली जानवरों से सावधान रहने की बात कही है.

गर्मी शुरू होते ही भोजन और पानी की तलाश में पहुंचने लगे जंगली जानवर: जानकारों की माने तो गर्मी का मौसम आरंभ होने के बाद जंगली जानवर भोजन और पानी की तलाश में गांव की ओर अपना रुख करते हैं. अप्रैल माह के आगमन के साथ ही गर्मी का भी आगाज हो गया है. वन विभाग के द्वारा कुछ स्थानों पर तो कृत्रिम रूप से पेयजल की व्यवस्था जानवरों के लिए की जाती है, लेकिन वह नाकाफी साबित होता है. ऐसे में जंगल से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ जाता है. हालांकि दिन के समय में जानवर गांव में आने से डरते हैं. लेकिन रात में जानवरों का आतंक अधिक रहता है. इधर, ग्रामीणों को सचेत किया गया है कि देर रात बच्चों को अकेले घर से बाहर नहीं निकलने दें. दिन के उजाले में जंगली जानवरों के हमले से ग्रामीणों में भय का माहौल है.

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