लातेहार: नेतरहाट मैगनोलिया और चरवाहे की प्रेम कहानी घर-घर में प्रचलित है. बताया जाता है कि एक अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया अपने पिता के साथ नेतरहाट आई थी. नेतरहाट की हसीन वादियों में घूमते हुए उसे एक मधुर बांसुरी की धुन सुनाई पड़ी. बांसुरी की धुन से मुग्ध होकर बांसुरी वादक की ओर खींची चली गई.
चरवाहे से प्रेम
वहीं, मैगनोलिया ने देखा कि एक युवक जो चरवाहा था और वही बांसुरी बजा रहा है. मैगनोलिया चरवाहे के पास बैठकर उसकी बांसुरी सुनने लगी. धीरे-धीरे यह सिलसिला बढ़ता गया और मैगनोलिया को चरवाहे से प्रेम हो गया. वह हर दिन घंटों चरवाहे के पास बैठकर उसकी बांसुरी सुनने लगी और दोनों के बीच प्यार हो गया.
मैगनोलिया पॉइंट का मनोरम नजारा ये भी पढ़ें-Valentine Day 2020: इस वैलेंटाइन अपने चाहने वालों को दें गुलाब, रिश्ते में बढ़ेगी मिठास
राजा ने करवा दी चरवाहे की हत्या
अपनी बेटी की चरवाहे के साथ प्रेम की सूचना जब अंग्रेज गवर्नर को मिली तब वह काफी नाराज हुआ और मैगनोलिया को कुछ दिनों के लिए नजरबंद कर दिया. वहीं चरवाहे को पहाड़ी से लगभग 1000 फीट गहरी खाई में फेंक उसकी हत्या करवा दी.
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प्रेम की विरह में बेचैन हो गई थी मैगनोलिया
इधर, मैगनोलिया प्रेम की विरह में बेचैन हो गई थी. वह रोज घोड़े पर बैठकर नेतरहाट की वादियों में निकलती और चरवाहे को ढूंढती. पर चरवाहा नहीं मिलता. एक दिन उसे पता चला कि उसके पिता ने चरवाहे की हत्या करवा दी और उसे खाई में फेंक दिया गया है. ये खबर मिलने के बाद मैगनोलिया खाई के पास पहुंची और अपने घोड़े के साथ खाई में छलांग लगाकर अपनी जान दे दी. तब से इस स्थान का नाम मैगनोलिया पॉइंट हो गया. यहां शाम को पर्यटकों की काफी भीड़ लगती है. यहां से सनसेट का मनोहरी दृश्य भी दिखाई पड़ता है.