लातेहारः लातेहार पुलिस ने एक बार फिर नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित संगठन टीएसपीसी के सब जोनल कमांडर कुलदीप मेहता को गिरफ्तार कर लिया है. कुलदीप मेहता पूर्व में माओवादी और जेजेएमपी जैसे नक्सली संगठनों में भी काम कर चुका था. कुलदीप अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर क्षेत्र में दहशत फैलाने की योजना बना रहा था.
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लेवी वसूलने के लिए अपराध की योजना बना रहे थे नक्सलीः दरअसल, एसपी अंजनी अंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि टीएसपीसी नक्सली संगठन का एक दस्ता बरियातू थाना क्षेत्र के पिपराडीह के इलाके में जमा हुआ है. साथ ही यह भी सूचना थी कि नक्सली क्षेत्र में दहशत फैला कर लेवी वसूलने की योजना बना रहे हैं. इस सूचना पर एसपी के निर्देश पर बालूमाथ डीएसपी अजीत कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम गठित की गई. टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की. वहीं पुलिस को देख कर नक्सली वहां से भागने लगे. लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर एक उग्रवादी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के क्रम में पता चला कि गिरफ्तार उग्रवादी कुलदीप मेहता टीएसपीसी नक्सली संगठन का सब जोनल कमांडर है. कुलदीप मेहता लातेहार जिले के मनिका थाना क्षेत्र अंतर्गत पल्हेया गांव का रहने वाला है.
कुलदीप मेहता पूर्व में आत्मसमर्पण नीति का उठा चुका है लाभःपूर्व में उसने आत्मसमर्पण करने के बाद आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाया था. एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि गिरफ्तार टीएसपीसी का सब जोनल कमांडर कुलदीप मेहता पूर्व में माओवादी संगठन से जुड़ा हुआ था. बाद में उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ भी उठाया था.
जेल से बाहर आने के बाद बाद टीएसपीसी से जुड़ गया कुलदीपः जेल से छूटने के बाद कुलदीप वह फिर से नक्सली संगठन से जुड़ गया. इन दिनों कुलदीप टीएसपीसी नक्सली संगठन के सब जोनल कमांडर के रूप में काम कर रहा था. इसका मुख्य धंधा क्षेत्र में दहशत फैलाकर लेवी वसूलना था. वहीं इसकी गिरफ्तारी के बाद टीएसपीसी को बड़ा झटका लगा है.
कई मामलों का है अभियुक्तः एसपी ने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादी आत्मसमर्पण करने के बाद जब जेल से छूटा तो फिर से नक्सलियों के साथ जुड़ गया. उसके बाद इसने कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है. पुलिस के साथ मुठभेड़ में भी यह शामिल था. इसके खिलाफ जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ के क्रम में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी भी प्राप्त हुई है. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस की टीम में ये थे शामिलःउग्रवादियों के खिलाफ चलाए गए छापेमारी अभियान में डीएसपी अजीत कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर शशि रंजन कुमार, मनिका थाना प्रभारी राणा भानु प्रताप सिंह, बरियातू थाना प्रभारी मुकेश चौधरी, बालूमाथ थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही.