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लातेहार के गांवों में रेडियो के सहारे पढ़ाई, टूट रहे सपनों को फिर लगे पंख

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Published : Jul 1, 2021, 12:52 PM IST

Updated : Jul 1, 2021, 6:10 PM IST

झारखंड के दूर-दराज के ऐसे गांवों में जहां नेटवर्क ऑनलाइन क्लास की राह में बाधा बन गया था. इनके लिए आल इंडिया रेडियो ने नई पहल की है. रविवार से ऐसे बच्चों के लिए कार्यक्रम शुरू होने से बच्चों के सपनों को फिर पंख लग गए हैं. पढ़ाई पटरी पर आने से बच्चों में उत्साह का माहौल है.

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लातेहार के गांवों में रेडियो के सहारे पढ़ाई

लातेहारः कोरोना ने पिछले दो साल से जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है. इसके दुष्प्रभाव से शिक्षा व्यवस्था भी अछूती नहीं है. लेकिन कहते हैं कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है तो छात्र-छात्रा ऑफलाइन से ऑनलाइन पढ़ाई तक पहुंच गए. शहरी क्षेत्रों तक तो सब ठीक रहा, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा बन गया. कभी छात्र-छात्रा पढ़ाई के लिए पहाड़ों पर नेटवर्क तलाशते दिखते थे तो कभी खेतों में. मगर अब इसके लिए सरकार ने नया रास्ता निकाल लिया है. जिससे न मोबाइल नेटवर्क की जरूरत पड़ेगी और न बिजली की. अब सुदूरवर्ती गांवों के बच्चे रेडियो के माध्यम से पढ़ाई करने लगे हैं.


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इसके लिए रांची और डाल्टनगंज के सरकारी रेडियो चैनल आकाशवाणी से रविवार से कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. इन केंद्रों से सुबह 9.45 बजे से दो बजे, शाम को 5.45 बजे और निर्धारित समय विद्यार्थियों के लिए कक्षाएं चलाई जा रहीं हैं. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को काफी फायदा मिलता नजर आ रहा है. लातेहार में गारू और सरजू प्रखंड के बच्चों की पढ़ाई लिखाई इससे पटरी पर लौटने लगी है.बच्चे अब अपने घरों पर ही रेडियो से पढ़ाई कर रहे हैं. इससे बच्चों में उत्साह का माहौल है. जबकि इससे पहले टीका लगाने के लिए भी यहां स्वास्थ्यकर्मियों को लोगों को पहाड़ पर बुलाना पड़ता था.

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पाठ्यसामग्री डाउनलोड करने के लिए जाना पड़ता था दूर

अफसरों का कहना है कि अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस तरह के कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. यह सफल रहा तो इस तरह के कार्यक्रम बढ़ाए जाएंगे. जिले के सरजू गांव के एक बच्चे रितेश कुमार ने बताया कि पहले नेटवर्क नहीं रहने के कारण उन लोगों की पढ़ाई बंद हो गई थी. क्योंकि शिक्षक whatsapp पर जो पाठ्य सामग्री भेजते थे, उसे डाउनलोड करने के लिए हमें गांव से दूर नेटवर्क के लिए जाना पड़ता था. लेकिन अब रेडियो के माध्यम से शिक्षा मिलने के कारण उन लोगों को काफी सहूलियत हो रही है. वहीं नवीं क्लास की छात्रा प्रिया कुमारी ने बताया कि गांव में नेटवर्क है ही नहीं. ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई संभव नहीं थी. अब रेडियो से पढ़ाई आरंभ होने से उसकी पढ़ाई शुरू हो गई है. बता दें कि नवीं के लिए सुबह 9.45 बजे और शाम को 5.45 बजे कार्यक्रम प्रसारित किए जा रहे हैं.

लातेहार के गांवों में रेडियो के सहारे पढ़ाई

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बच्चों को होगा काफी लाभ

इस संबंध में लातेहार जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया ने बताया कि सरकार की इस योजना से लातेहार जैसे पिछड़े जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि लातेहार जिले के कुछ ऐसे प्रखंड हैं जहां नेटवर्क की समस्या है. उन प्रखंड के बच्चों को भी अब बेहतर शिक्षा रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से मिलेगी. इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.

रेडियो के सहारे पढ़ाई करती छात्रा

दूरदर्शन पर भी कार्यक्रम
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद(Jharkhand Education Project Council) की ओर से कक्षा संचालन को लेकर रूटीन भी जारी कर दी गई है. सोमवार सुबह 10 बजे से 10ः30 बजे तक सभी बच्चों के लिए कक्षा का संचालन हो रहा है. दूरदर्शन पर 11:00 से 11:30 तक कक्षा 6 से 8, 11:30 से 12:00 तक कक्षा 9 और 11 वीं के विद्यार्थियों की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है. वहीं दोपहर 1:30 बजे से कक्षा 10 और 1:30 से 2:00 तक कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए सोमवार से शुक्रवार तक कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है.

रेडियो के सहारे पढ़ाई करता छात्र
Last Updated : Jul 1, 2021, 6:10 PM IST

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