लातेहार :कहते हैं धरती पर अगर किसी का बिछुड़ना लिखा है तो इसी धरती पर उसका मिलना भी लिखा है और यह बात बखूबी बैठती है मध्यप्रदेश के देवास जिले के रहने वाले शेर सिंह के बेटे देव सिंह पर. देव सिंह की मानसिक स्थिति अच्छी न होने के कारण वर्ष 2003 में वह अपने परिवार से भटक गया. इस दौरान परिवार के लोगों ने उन्हें ढूंढने का प्रयास भी किया पर उन्हें सफलता नहीं मिली.
मगर इसे संयोग कहें कि कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन के बीच जहां लोग परेशान हैं वहीं दूसरी ओर लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड के मोरवाई पंचायत में 8 अप्रैल को ग्रामीणों ने एक भटकते हुए व्यक्ति को देखा, जिसकी सूचना पुलिस को देने के बाद पुलिस ने उसे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से प्रखंड मुख्यालय में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती कर दिया जहां भर्ती किए जाने के बाद मानसिक स्थिति अच्छी न होने के कारण देव सिंह कुछ भी बताने में असमर्थ था, मगर वह कागजों में अपना अपने पिता का नाम और अपने घर का पता लिखकर जरूर बताता था.
बताए गए पते की जानकारी इकट्ठा करने के लिए बरवाडीह पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी और स्थानीय मीडिया के साथ-साथ मध्य प्रदेश की पुलिस की मदद से पुलिस देव सिंह के घर तक पहुंची जहां पुलिस को जांच के क्रम में मालूम चला देव सिंह वर्ष 2003 से ही अपने घर से मानसिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण लापता था.