लातेहार: सरकार ने समाज के हर तबके के लोगों को स्कूल से जोड़ने के लिए और स्कूली बच्चों के अच्छी सेहत के लिए मध्यान भोजन योजना चलाया था. इसका मकसद है कि बच्चे स्कूल से जुड़कर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकें, लेकिन लातेहार में इससे जुड़े अधिकारी, बनहरदी स्कूल के शिक्षक और प्रबंधन समिति के लोगों ने मध्यान भोजन के नाम पर लाखों रुपए हड़प लिए.
सरकार मध्यान भोजन योजना चलाकर बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी देना चाहती है. परंतु लातेहार जिले में मध्यान्ह भोजन योजना भ्रष्टाचारियों की भेंट चढ़ गई. ऐसा ही एक मामला लातेहार जिले के सरकारी स्कूलों में उजागर हो रहा है. चंदवा प्रखंड के बनहरदी मध्य विद्यालय में बच्चों के भोजन के लिए आए पैसे को वहां के प्रबंधन समिति के लोग ही हड़प गए. बनहरदी, नगर, जमीरा और एक अन्य विद्यालय में मध्यान्ह भोजन योजना की राशि में बड़े पैमाने पर धांधली किए जाने का मामला प्रकाश में आया है.
स्कूल समिति के प्रबंधन सदस्यों को बदलने पर मामला हुआ उजागर
जानकारी के अनुसार इन स्कूलों में मध्यान भोजन के लिए जो राशि भेजी जाती थी. उन पैसों को विद्यालय प्रबंधन समिति के मिलीभगत से हड़प लिया जाता था. मध्यान भोजन घोटाला का काम बीते 3 वर्षों से लगातार चल रहा था. जब मामले का खुलासा हुआ तो विभागीय अधिकारी आनन-फानन में सभी स्कूलों के प्रबंधन समिति को बदल दिए और स्कूलों में नए सिरे से विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया. परंतु जब नए प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने पुराने हिसाब और रजिस्टर की जानकारी मांगी तो स्कूल के प्रधानाध्यापक उन्हें पुराना रजिस्टर देने से इंकार कर दिए. इस पर बनहरदी विद्यालय के अध्यक्ष गेंदवा उरांव ने मामले की जानकारी डीसी तक पहुंचा दी. उधर इस प्रकार के घोटाले की सूचना मिलने के बाद डीसी जिशान कमर ने चिन्हित कर उक्त चारों विद्यालय में मध्यान भोजन योजना की जांच करवाई, जिसमें घोटाले की पुष्टि हुई है.