लातेहारः कहा जाता है कि सच्चा प्रेम अमर होता है. प्रेमी-प्रेमिका भले ही दुनिया में न रहें पर उनके प्यार की निशानी उन्हें अमर बना देती है. कुछ ऐसा ही नजारा लातेहार जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नेतरहाट में स्थित मैगनोलिया प्वाइंट में देखने को मिलता है. यह स्थान अमर प्रेम के लिए विख्यात है. अमर प्रेम की निशानी को देखने के लिए प्रतिवर्ष हजारों लोग इस स्थान पर पहुंचते हैं.
दरअसल, मैगनोलिया प्वाइंट के बारे में कहा जाता है कि इस स्थान की हवाओं में आज भी अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया और एक चरवाहे की अमर प्रेम की खुशबू महकती रहती है. यहां आने वाले पर्यटक अमर प्रेम की खुशबू को बखूबी महसूस भी करते हैं. इसी कारण नेतरहाट आने वाले पर्यटक जब तक मैगनोलिया प्वाइंट आकर अमर प्रेम की इस निशानी को देख नहीं लेते तब तक उनकी नेतरहाट यात्रा अधूरी रहती है.
मैगनोलिया और चरवाहे की अमर कहानी
नेतरहाट की वादियों में एक चरवाहा मवेशी चराने के दौरान बड़ी मधुर बांसुरी बजाया करता था. उसकी बांसुरी की सुरीली आवाज से अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया दीवानी बन गई थी. मैगनोलिया अक्सर चरवाहे के साथ घंटों नेतरहाट की वादियों में बैठकर बांसुरी की धुन सुनती रहती थी. अंग्रेज अफसर को जानकारी मिलने के बाद उसने मैगनोलिया को कैद कर दिया और चरवाहे की हत्या करवा कर पहाड़ियों के नीचे खाई में फिंकवा दिया. कुछ दिन कैद रहने के बाद मैगनोलिया फिर से चरवाहे को ढूंढने नेतरहाट की वादियों में निकल पड़ी. लगातार कई दिनों तक ढूंढने के बाद भी जब चरवाहे का कोई पता नहीं चला तो वह काफी उदास हो गई. उसे सैनिक से पता चला कि उसके पिता ने चरवाहे की हत्या करवा दी है. इसके बाद मैगनोलिया ने भी उसी पहाड़ी से घोड़े के साथ खाई में छलांग लगा दी.