लातेहारः झारखंड सरकार का बजट सत्र आरंभ होने के बाद किसानों को सरकार से काफी उम्मीद है. किसान इस बजट में अपने लिए सरकारी मदद मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. किसानों को पूरा विश्वास है कि गत वर्ष जिस प्रकार पूरा समाज आर्थिक मंदी के दौर से गुजरा है, उससे उबारने के लिए सरकार बजट में किसानों के लिए कुछ विशेष प्रावधान जरूर करेगी.
झारखंड बजट 2021ः जानिए क्या है लातेहार के किसानों की उम्मीदें? - लातेहार में सिंचाई व्यवस्था
झारखंड सरकार का बजट सत्र आरंभ होने वाला है. हेमंत सरकार अपना दूसरा बजट पेश कर रही है. राज्य सरकार के बजट से प्रदेश की जनता को कई उम्मीदें हैं. आइए जानते हैं लातेहार के किसानों की सरकार से क्या उम्मीदें हैं.
लातेहार जिला में अभी-भी किसानों की समस्या विकराल रूप धारण किए हुए है. यहां के किसान आज भी बिजली और सिंचाई के लिए तरस रहे हैं. ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि झारखंड सरकार बजट में किसानों के लिए मुफ्त बिजली, सिंचाई के बेहतर साधन, अनुदानित मूल्य पर बीज, नुकसान हो रहे फसलों का मुआवजा का विशेष प्रावधान कर बेहाल किसानों को मदद पहुंचाएगी.
क्या कहते हैं किसान
लातेहार की महिला किसान अनिता देवी ने कहा कि बिजली के अभाव में उनके खेतों तक सिंचाई की सुविधा नहीं पहुंच पाती है. सरकार किसानों के लिए मुफ्त बिजली की व्यवस्था करें तो इस इलाके में भी खेती की बेहतर संभावना बनेगी. वहीं किसानों को खेती में होने वाले नुकसान के मुआवजा का भी प्रावधान होना चाहिए. किसान दिलीप प्रसाद ने कहा कि खेतों तक बिजली की सुविधा पहुंचने से पूरे इलाके में बेहतर खेती हो सकेगी. इससे किसानों के साथ-साथ सरकार को भी फायदा होगा. उन्होंने उम्मीद जताई है कि बजट में सरकार उनकी समस्याओं के समाधान को लेकर विशेष फोकस करेगी.
महिला किसान ललिता देवी ने कहा कि खेती में अक्सर किसानों को नुकसान हो जाता है. ऐसे में बजट में सबसे पहले किसानों के लिए विशेष मुआवजा देने का प्रावधान होना चाहिए. मुआवजा मिलने से किसानों को काफी राहत होगी. किसान पिंटू प्रसाद ने कहा कि लातेहार जैसे पठारी इलाकों में लिफ्ट के माध्यम से सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है. उन्हें सरकार से उम्मीद है कि उनके खेतों तक लिफ्ट के माध्यम से पानी पहुंचाने के लिए बजट में विशेष प्रावधान करेगी.
सुविधा मिलने पर संपन्न होंगे किसान
किसान सरकार से जो उम्मीद लगाए बैठे हैं, अगर वह पूरा होता है तो लातेहार जिला के किसान खेती के माध्यम से ही संपन्न हो सकते हैं. जिला में खेती में सबसे बड़ी बाधा सिंचाई ही है. सिंचाई के अभाव में जिला की अधिकांश भूमि 8 महीने तक बंजर ही पड़े रहते हैं. बरसात में सिर्फ इन खेतों में धान की खेती हो पाती है. अगर सरकार की ओर से खेतों तक सिंचाई की सुविधा पहुंचा दी जाए तो किसान काफी लाभान्वित होंगे.