लातेहार:जिला मंडल कारा में बंद मॉब लिंचिंग के आरोपी कैदी संधू मुंडा की रहस्यमय ढंग से मौत का मामला पूरी तरह गरमा गया है. इस मामले को लेकर जेल सुपरिटेंडेंट के आवेदन के आधार पर 5 जेल कर्मियों पर नामजद प्राथमिकी की गई है. शनिवार (6 मई) की रात मेडिकल बोर्ड के द्वारा पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन रविवार को इस बात पर अड़ गए हैं कि जब तक इस घटना में प्राथमिकी की कॉपी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
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क्या है पूरा मामला:गौरतलब है किडायन बिसाही के आरोप में दोहरे हत्याकांड की घटना में आरोपी संधू मुंडा मंडल कारा में कैद था. शनिवार को सदर अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. घटना के बाद चिकित्सकों ने कहा था कि कैदी की मौत दौरा पड़ने से हुई है. परंतु जब परिजन अस्पताल पहुंचकर मृतक के शव को देखा तो उसके शरीर पर कई जख्म के निशान बने हुए थे. इसके बाद मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि कैदी की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या की गई है. बाद में पुलिस ने जेल अधीक्षक के आवेदन के आधार पर जेल के कक्षपाल श्री शंकर मुंडा, चंद्रशेखर, दीप नारायण विश्वकर्मा, प्रदीप प्रजापति तथा मनोहर बारला के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
मेडिकल टीम बनाकर हुआ पोस्टमार्टम:परिजनों के आरोप के बीच मृतक के पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों की मेडिकल टीम बनाई गई. कार्यपालक दंडाधिकारी की उपस्थिति में वीडियो रिकॉर्डिंग के बीच शनिवार की रात मृतक का पोस्टमार्टम किया गया. उसके बाद एंबुलेंस के माध्यम से मृतक के शव को उसके गांव हेसला भेज दिया गया. मृतक के परिजनों को आश्वस्त किया गया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी और दोषियों पर कार्रवाई भी होगी.
प्राथमिकी की कॉपी लेने पर अड़े ग्रामीण:इधर मृतक के परिजन तथा अन्य ग्रामीण इस बात पर अड़े हैं कि जब तक दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कर प्राथमिकी की कॉपी उन्हें नहीं दी जाएगी, तब तक मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. हालांकि पुलिस के द्वारा परिजनों को बताया गया कि मामले की प्राथमिकी की गई है. परंतु परिजन इस बात पर अड़े हैं कि एफआईआर की कॉपी उन्हें उपलब्ध कराई जाए. परिजनों का आरोप है कि प्रशासन पूरे मामले में लीपापोती करने का प्रयास कर रही है. घटना के बाद भी प्रशासनिक पदाधिकारी घटना की जानकारी लेने गांव नहीं पहुंचे. मृतक काफी गरीब घर का है .ऐसे में उसका अंतिम संस्कार कैसे होगा इसकी भी सुधि लेने का फुर्सत प्रशासनिक अधिकारियों के पास नहीं है.
मामले की हो रही है जांच:इधर एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि यह मामला काफी गंभीर है. पुलिस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है. पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर घटना की छानबीन आरंभ कर दी है. इस मामले में यदि परिजन आवेदन देंगे तो उनके आवेदन के आधार पर भी प्राथमिकी की जाएगी. एसपी ने कहा कि जांच के बाद घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर निश्चित रूप से उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी. एसपी ने कहा कि कानून सबके लिए एक है और कानून के नजर में भी सब बराबर हैं.
नियम के अनुसार होगी कार्रवाई:इधर इस संबंध में डीसी भोर सिंह यादव ने कहा कि इस मामले को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह गंभीर है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी सरकारी नियम है, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.