लातेहार: जिले के मानिका थाना क्षेत्र के सेमरहट में नाबालिगों के कथित नरबलि मामले में पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है. नाबालिगों की हत्या करने वाला सुनील उरांव का आपराधिक इतिहास रहा है. सुनील ने पूछताछ के दौरान कई राज उगले हैं.
ग्राउंड जीरो से ईटीवी भारत की रिपोर्ट सेमरहट में निर्मल और नाबालिग लड़की का सिर सुनील उरांव के घर के पीछे से बरामद हुआ था. निर्मल के पिता बताते हैं कि सुनील की सास ने सुनील से बातचीत करने के लिए उसके मोबाइल पर कॉल किया था, जिसके बाद वह मोबाइल से बात करवाने सुनील के घर गया और वहां मोबाइल छोड़ दिया था. इसके बाद निर्मल बाइक से मोबाइल लेने सुनील के घर गया था. कुछ देर बाद ग्रामीणों ने देखा की वो निर्मल की बाइक लेकर कहीं चला गया.
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सुनील के घर दिखा खून के छींटे
बाइक लेकर जब सुनील घर आया तो उसके साथ बीरेंद्र उसके घर गया जहां बीरेंद्र को उसने बताया निर्मल मोबाइल लेकर यहां से चला गया. निर्मल के परिजनों ने जब घरपर उसे नहीं देखा तो बीरेंद्र वापस सुनील के घर आया तो देखा कि उसके घर में खून के छींटें हैं.
घर के पीछे गाड़ दिया था कथित नरबलि
सुनील उरांव से खून के छींटों के बारे में पूछा गया तो उसने टाल मटोल करना शुरू कर दिया. बाद में बीरेंद्र जब सुनील के घर के पीछे गया तो बच्चे का एक हाथ जमीन के अंदर नजर आया उसके बाद ही सुनील वहां से फरार हो गया. ग्रामीणों के अनुसार सुनील ने नाबालिग लड़की को टॉफी देने के बहाने घर में बुलाया था. सुनील का आपराधिक इतिहास रहा है, सुनील पलामू में पहले भी कई हत्याकांड में आरोपी रहा है.
पुलिस को मिली कई अहम जानकारी
सेमरहट घटनास्थल का जायजा लेने पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की. पलामू रेंज के डीआईजी विपुल शुक्ला ने बताया कि पुलिस को नरबलि होने की कोई सबूत नहीं मिले हैं. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुनील ने पुलिस को कई जानकारी दी है. डीआईजी के अनुसार घटना की एफएसएल जांच महत्वपूर्ण होगी.