लातेहार:झारखंड में मूसलाधार बारिश से कोहराम मच गया है. शनिवार को अलसुबह लातेहार में शुरू हुई तेज बारिश से एक परिवार पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा. कुलगड़ा गांव में एक घर ही ढह गया, जिसमें सो रहा पूरा परिवार मलबे में दब गया. इसमें दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि दंपती घायल हो गया.
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लातेहार में ग्रामीण का मकान ध्वस्त, एक घंटे तक दबे रहे लोग
लातेहार के कुलगड़ा निवासी सोहराय उरांव अपने परिवार के साथ अपने मिट्टी के मकान में सोया हुआ था. इसी बीच शनिवार की अहले सुबह अचानक बारिश के कारण मिट्टी का मकान ध्वस्त हो गया. जिसमें पूरा परिवार दब गया .लगभग एक घंटे तक परिवार के लोग घर में ही दबे रहे. बाद में जब इसकी जानकारी आसपास के लोगों को हुई तो बचाव कार्य आरंभ किया गया. ग्रामीणों की मदद से घर में दबे लोगों को बाहर निकाला गया. परंतु इतनी देर में सोहराय और उनके दो बच्चों की मौत हो गई थी.
मलबे में दबने से दंपती घायल
वहीं सोहराय उरांव और उसकी पत्नी चिंता देवी गंभीर रूप से घायल थी. बाद में इसकी जानकारी मुखिया को दी गई. जिसके बाद मुखिया अंजनी देवी के प्रयास के बाद घायलों को लातेहार सदर अस्पताल लाया गया. जहां घायल पति पत्नी का इलाज कराया जा रहा है. वहीं बच्चों शंकर उरांव और मुन्ना उरांव के शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है.
लातेहार में बारिश से घर ढहा, मलबे में दबकर दो बच्चों की मौत, दंपती घायल ये भी पढ़ें-रामगढ़ में भैरवी नदी का रौद्र रूप, छिन्नमस्तिका मंदिर की सीढ़ियां डूबीं, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
प्रखंड विकास पदाधिकारी पहुंचे अस्पताल
घटना के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी मेघनाथ उरांव सदर अस्पताल लातेहार पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मृतक के परिजनों को सरकारी प्रावधान के तहत सभी प्रकार की राहत दिलाई जाएगी.
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अस्पताल में दिखा अव्यवस्था का माहौल
घायलों को अस्पताल लाने के बाद सदर अस्पताल में भारी अव्यवस्था का माहौल दिखा. अस्पताल में एक भी वार्ड ब्वॉय नहीं था, ऐसे में घायल को स्ट्रेचर पर भी चढ़ाने के लिए बाहरी लोगों की मदद लेनी पड़ी. अस्पताल में बिजली की भी कोई व्यवस्था नहीं थी. ऐसे में घायल को एक्सरे के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. बाद में सामाजिक कार्यकर्ता पंकज सिंह, पवन कुमार, अशोक सिंह आदि की मदद से घायल का एक्स-रे करवाया जा सका.