लातेहारःकोरोना वायरस के नए वेरिएंट बीएफ-7 की संभावित लहर (Possible wave of corona virus) को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. लातेहार सिविल सर्जन डॉ दिनेश प्रसाद के निर्देश पर अस्पतालों में तैयारी शुरू कर दिया गया है. सिविल सर्जन ने कहा कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करना आवश्यक है. अन्यथा कोरोना वायरस का नया वेरिएंट खतरनाक रूप धारण कर सकता है.
यह भी पढ़ेंःकोरोना से निपटने के लिए सरकार ने लिया तैयारियों का जायजा, जानिए झारखंड के अस्पतालों में कैसा रहा मॉकड्रिल
राज्य सरकार के निर्देश पर कोरोना के नए वेरिएंट से बचाव को लेकर स्वास्थ विभाग की ओर से आईसीयू के साथ साथ सभी अस्पतालों को पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ दिनेश प्रसाद के अलावे सभी अधिकारियों द्वारा व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर अस्पतालों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना वायरस का नया वेरिएंट काफी खतरनाक हो सकता है. चीन में जिस प्रकार कोरोना ने तबाही मचाई है, उसे देखते हुए लोगों को अभी से ही सतर्क रहने की जरूरत है.
कोरोना वायरस के नये रूप से संक्रमित मरीज को सिर दर्द, कमर दर्द, सीने में दर्द आदि लक्षण हो सकता है. इस स्थिति में लोगों को कोरोना से बचने के लिए पूरी तरह सतर्क रहना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गाइडलाइन बनाया गया है, उसका पालन अनिवार्य रूप से करें. जिन लोगों ने अभी तक टीका नहीं लिया है, वे लोग टीका ले लें. मास्क का उपयोग हमेशा करें.
पूर्व उपायुक्त अबु इमरान द्वारा कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई कमद उठाये थे, जिसका लाभ इस लहर में मिलेगा. पूर्व उपायुक्त ने लातेहार सदर अस्पताल में 20 बेड का आईसीयू, आदिम जनजाति अस्पताल में आईसीयू की व्यवस्था के साथ साथ 3 प्रखंडों के अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित की थी. वही जिला मुख्यालय के राजहार में 200 बेड का ऑक्सीजन युक्त अस्थाई अस्पताल भी बनवाया था. इसके साथ ही 3 अत्याधुनिक ऑक्सीजन प्लांट लगवाये थे. इसका लाभ संभावित तीसरी लहर में मरीजों को मिलेगा.