लातेहारः भाकपा माओवादियों के द्वारा जिले के चंदवा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटपुलिया के निकट हो रहे रेलवे ब्रिज निर्माण कार्य स्थल पर धावा बोलकर मंगलवार की शाम आधा दर्जन से अधिक वाहनों को जला दिया गया. घटना को अंजाम देने के लगभग 2 घंटे बाद नक्सली तो घटनास्थल से चले गए. लेकिन घटनास्थल पर मौजूद कर्मियों को किसी प्रकार की कोई सुरक्षा नहीं मिल (Employees did not get help after Naxalite attack)पाई. ऐसे में रात भर भय के साए में कर्मी रहे. सुरक्षा नहीं मिलने के कारण कर्मियों में भारी आक्रोश भी देखा जा रहा है.
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दरअसल मंगलवार की शाम भाकपा माओवादी के दस्ते ने डगडगी रेलवे ब्रिज निर्माण स्थल के साइड पर धावा बोल दिया था. नक्सलियों ने इस दौरान हवाई फायरिंग करते हुए कार्य स्थल पर मौजूद सभी कर्मियों को बंधक बना लिया था. उसके बाद साइड पर रखे गए डीजल से सभी मशीनों में आग लगा दी. जिससे कार्य में लगे तीन पोकलेन मशीन, एक जेसीबी मशीन, दो पाइल्स मशीन और एक मोटरसाइकिल जल कर खाक हो गया.
कर्मियों को बनाया था बंधकःनक्सली घटना के समय निर्माण स्थल पर मौजूद कर्मियों ने बताया कि नक्सली सादे वर्दी में नारेबाजी करते हुए वहां पहुंचे और सभी मशीनों को बंद करा दिया. इस दौरान कुछ वर्करों के साथ नक्सलियों ने मारपीट भी की. कर्मी महेश्वर यादव और अतीक उर रहमान ने बताया कि नक्सली निर्माण स्थल पर पहुंचकर काम कर रहे लोगों को आदेश दिया कि सभी मशीनों को जला दें. परंतु जब वर्करों ने मशीन को जलाने से इनकार किया तो नक्सलियों ने खुद ही ड्रम से डीजल निकाला और मशीनों पर उड़ेल दिया. उसके बाद लाइटर से सभी मशीनों में आग लगा दी. इस दौरान तीन चार कर्मियों के साथ मारपीट भी की गई. कार्यस्थल पर मौजूद इंजीनियर को लगभग आधे घंटे तक नक्सलियों ने अपने कब्जे में रखा. उसके बाद उन्हें मुक्त कर दिया.
सुरक्षा इंतजाम पर उठे सवालःरेलवे के तीसरी लाइन निर्माण कार्य में नक्सलियों और अपराधियों के द्वारा लगातार बाधा पहुंचाई जा रही है. परंतु निर्माण स्थल पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. कर्मियों की माने तो उग्रवादियों के द्वारा मशीनों को जलाए जाने की घटना के बाद उन्हें किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं उपलब्ध कराई गई. रात भर वे लोग भय के साए में रहे.
बुधवार को सुबह पहुंची पुलिसःबुधवार को सुबह पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूरे मामले की छानबीन की. बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों को लेकर रात में पुलिस बल घटनास्थल पर नहीं पहुंची थी.घटना के बाद सोमवार की रात से ही रेलवे परिचालन को सामान्य कर दिया गया था. इस कारण रेल यातायात में ज्यादा परेशानी नहीं हुई. घटना के बाद एक बार फिर गांव में दहशत का माहौल फैल गया है.