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लातेहार में चीन के राष्ट्रपति का जलाया पुतला, लोगों ने चीनी सामान का बहिष्कार करने का लिया संकल्प

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Published : Jul 1, 2020, 4:10 PM IST

लातेहार जिले में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए स्थानीय लोगों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन किया. इस मौके पर लोगों ने चीनी सामान का उपयोग नहीं करने का भी संकल्प दोहराया.

Effigy of Chinese President burnt in Latehar
लातेहार में चीन के राष्ट्रपति का जलाया पुतला

लातेहार: भारतीय सेना पर चीनी सैनिकों के द्वारा किए गए हमले को लेकर लोगों में चीन के खिलाफ भारी आक्रोश है. इसी को लेकर वरीय अधिवक्ता राजमणि प्रसाद और युवा समाजसेवी संतोष पासवान के नेतृत्व में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर भाजपा नेता संतोष पासवान ने कहा कि चीन के साथ साथ उन सभी देशों का बहिष्कार किया जाएगा जो हमारे देश के प्रति विपरीत व्यवहार रखते हैं.

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वही, वरीय अधिवक्ता राजमणि प्रसाद ने कहा कि देश लगातार मजबूत हो रहा है. दूसरी ओर चीन भी अपने सामान को भारतीय बाजार में बेचकर मजबूत हो रहा है और भारत के खिलाफ ही उस पैसे का उपयोग कर रहा है. ऐसे में प्रत्येक भारतीयों का कर्तव्य है कि वह चीनी सामान का बहिष्कार करे और स्वदेशी सामानों का उपयोग करे. लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए समाहरणालय के निकट एनएच 75 पर विरोध प्रदर्शन किया और चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन किया. लोगों ने निर्णय लिया कि चीनी सामान के बहिष्कार को लेकर वे लोग गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाएंगे.

चीन के साथ हिंसक झड़प में झारखंड के दो जवान हुए थे शहीद

बीते कुछ दिनों से भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच खींचतान चल रही थी, लेकिन सोमवार-मंगलवार यानि 15-16 जून की रात यह संघर्ष खूनी झड़प में बदल गई थी. सोमवार-मंगलवार की रात गलवान इलाके में दोनों तरफ के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई और भारत के 20 जवान शहीद हो गए. भारत चीन के सैनिकों की झड़प में भारतमाता के 20 वीर सपूत शहीद हो गए थे. इन शहीदों में झारखंड के 2 सपूत भी शामिल हैं. झड़प में साहिबगंज के वीर सपूत कुंदन ओझा शहीद हो गए. वहीं, बहरागोड़ा ब्लॉक के कोसाफलिया निवासी गणेश हांसदा भी झड़प में शहीद हो गए थे. यह झड़प उस वक्त हुई जब भारतीय सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को लेकर बातचीत करने गए थे. घटना में शहीदों के अलावा 45 जवान जख्मी भी हुए थे.

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