लातेहार:हर तरफ दुर्गा पूजा 2022 की धूम और उत्साह चरम पर है. लातेहार में भी दुर्गा पूजा (Durga Puja 2022 in Latehar) का भव्य आयोजन है. लातेहार जिला मुख्यालय के प्रसिद्ध काली मंदिर में दुर्गा पूजा समिति की ओर से इस साल शिव शक्ति का प्रदर्शन करते हुए केदारनाथ मंदिर का प्रारूप तैयार किया गया है (Kedarnath temple pandal). केदारनाथ मंदिर का प्रारूप भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
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बंगाल के कलाकारों की कलाकारी: दरअसल, पिछले 2 सालों से कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण दुर्गा पूजा समेत अन्य पूजा पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगे हुए थे. लोकिन, इस बार दुर्गा पूजा का उत्साह चरम पर है. इसी कड़ी में लातेहार जिला मुख्यालय स्थित काली मंदिर दुर्गा पूजा समिति के द्वारा पूजा को लेकर भव्य तैयारी की गई है. मंदिर समिति के द्वारा इस साल भगवान भोलेनाथ के प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर का प्रारूप वाला पंडाल (Durga Puja 2022 Pandal in Latehar) का निर्माण कराया गया है. बंगाल से आए कलाकारों ने इस पंडाल का निर्माण किया है, जो पूरे जिले के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
Durga Puja 2022: लातेहार में केदारनाथ मंदिर का प्रारूप, लोगों के बीच आकर्षण का बना केंद्र
लातेहार में दुर्गा पूजा 2022 (Durga Puja 2022 in Latehar) का भव्य आयोजन किया गया है. जिले के प्रसिद्ध काली मंदिर में बनाए गए पंडाल (Durga Puja 2022 Pandal in Latehar) को केदारनाथ मंदिर का रूप दिया गया है (Kedarnath temple pandal), जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
44 सालों से हो रही है पूजा: समिति के सदस्य रितेश कुमार निक्कू ने बताया कि यह मंदिर लातेहार के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है. पिछले 44 वर्षों से यहां मां दुर्गा की पूजा पूरी भव्यता के साथ की जा रही है. इस बार यहां केदारनाथ मंदिर का प्रारूप तैयार कर पंडाल का निर्माण किया गया है. उन्होंने बताया कि पूजा समिति के द्वारा बंगाल में होने वाले भव्य दुर्गा पूजा के आधार पर ही यहां भी पूजा की व्यवस्था की गई है. महाआरती के लिए विशेष टीम बुलाई गई है. इसके अलावा प्रत्येक दिन यहां विभिन्न प्रकार की झांकी निकाल कर माता के विभिन्न रूपों का दर्शन कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मंदिर समिति का उद्देश्य है कि लातेहार के लोग भी बंगाल में होने वाले पूजा का आनंद ले सके.
कोरोना वायरस को लेकर भी विशेष जागरूकता: पूजा समिति के रितेश कुमार ने बताया कि पूजा के माध्यम से लोगों को यह भी बताना है कि अभी भारत से कोरोना वायरस पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है. ऐसे में लोगों को अभी भी सावधानी बरतने की जरूरत है. इस जागरूकता के लिए पूजा पंडाल में कई स्थानों पर स्टैच्यू लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.