लातेहार: जिले के चंदवा और बालूमाथ थाना क्षेत्र के बॉर्डर एरिया में चोरी करने के दौरान लोहे के टुकड़े में दब जाने से एक मजदूर की मौत हो गई. वहीं एक अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया. दोनों मजदूर अभिजीत ग्रुप के द्वारा लगाए गए पाइप लाइन में लोहा चोरी करने के लिए घुसे थे. इसी दौरान यह हादसा हो गया.
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दरअसल, चंदवा प्रखंड में अभिजीत ग्रुप के द्वारा पावर प्लांट की स्थापना की गई थी. लेकिन तकनीकी कारण से इस प्लांट का कार्य पूरा नहीं हो सका और इसे बंद कर दिया गया. प्लांट बंद होने से लोहा चोरी करने वाले गिरोह सक्रिय हो गए और यहां लगाए गए लोहा की चोरी करने लगे.
शुक्रवार को भी लोहा तस्करों ने गांव के कुछ मजदूरों को लोहे की कटाई में लगाया था. इसी दौरान अचानक लोहा का एक बड़ा टुकड़ा काम कर रहे मजदूरों पर जा गिरा. इस घटना में मजदूर महादेव उरांव और सोनू लोहे के नीचे दब गए और गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के बाद वहां काम कर रहे अन्य मजदूरों ने तत्परता दिखाते हुए घायल मजदूरों को लोहे के नीचे से निकाला और तुरंत बालूमाथ अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मजदूर महादेव उरांव को मृत घोषित कर दिया. वहीं घायल मजदूर सोनू को प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है. दोनों मजदूर बालूमाथ थाना क्षेत्र के धाधु गांव के रहने वाले हैं.
₹500 मजदूरी पर ले जाते हैं मजदूर:घटना के दौरान घटनास्थल पर मौजूद मजदूर सुरेश मुंडा ने बताया कि धाधु और चकला गांव के नेहाल, अफसर और मुस्ताक के द्वारा उन लोगों को लोहा काटने के लिए मजदूर के रूप में ले जाया गया था. उन्होंने कहा कि मजदूरी के रूप में उन्हें ₹500 प्रतिदिन देने की बात कही गई थी. शुक्रवार को पहली बार वह मजदूरी करने गए थे और इस प्रकार की घटना घट गई. इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मृत मजदूर के शव को कब्जे में ले लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल भेज दिया गया है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
बड़े पैमाने पर की गई लोहे की चोरी:ज्ञात हो कि अभिजीत पावर प्लांट से बड़े पैमाने पर लोहा की चोरी की गई है. लोहा चोरी के इस धंधे में कई बड़े माफिया तत्व भी शामिल हैं. बताया जाता है कि अब तक करोड़ों रुपए के लोहा यहां से चोरी हो चुके हैं. हालांकि, पुलिस के द्वारा कई बार लोहा चोरी के खिलाफ छापामारी अभियान भी चलाई गई और इस मामले में एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. इसके बावजूद लोहा चोरी का धंधा लगातार चल रहा है.