लातेहार: पुलिस ने जफर आलम हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. लातेहार पुलिस ने मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. बताते चलें कि लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र के शांति जंगल में पिछले दिनों रांची के कांके निवासी युवक का शव बरामद किया गया था. शव की पहचान जफर आलम के रूप में की गई थी. पुलिस के अनुसार पैसे के लेन-देन और आपसी रंजिश में युवक की हत्या की गई थी.
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14 जून को युवक का अधजला शव जंगल से किया गया था बरामदः दरअसल, 14 जून को शांति जंगल से युवक का अधजला हुआ शव बरामद किया गया था. हत्याकांड की जांच के लिए लातेहार एसपी अंजनी अंजन के निर्देश पर एसडीपीओ अजीत कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम गठित की गई थी. पुलिस पदाधिकारियों ने छानबीन के दौरान मृत युवक की पहचान रांची कांके निवासी जफर आलम के रूप में की थी. मृत युवक की पहचान के बाद पुलिस ने हत्याकांड की छानबीन आरंभ की. छानबीन के क्रम में पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगा. जिसके बाद पुलिस ने खेलारी थाना क्षेत्र से दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ आरंभ की. पूछताछ में दोनों अपराधियों ने पुलिस को बताया कि पैसे के आपसी लेन-देन के कारण उनके बीच आपसी रंजिश हो गई थी. इसलिए जफर आलम की हत्या कर बालूमाथ के जंगल में ले जाकर जलाने का प्रयास किया था.
गिरफ्तार दोनों अपराधियों पर पूर्व से कई मामले हैं दर्जःइधर, इस संबंध में लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि हत्याकांड में शामिल आरोपी गौतम यादव और सोहेल अंसारी दोनों शातिर अपराधी हैं. एसपी ने बताया कि गौतम यादव पर रांची जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में नौ से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि सुहैल अंसारी पर भी कई अपराधिक मामले पूर्व में भी विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं. एसपी ने बताया कि अपराधियों ने टांगी और हसुआ जैसे धारदार हथियार से युवक की हत्या की थी. उसके बाद साक्ष्य को छुपाने के लिए अपराधियों ने युवक के शव को जलाने का भी प्रयास किया था. एसपी ने बताया कि जिस समय पुलिस को मृत युवक का शव मिला था, उस समय शव कंकाल के रूप में तब्दील हो गया था. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर हत्याकांड में प्रयुक्त पारंपरिक हथियारों को बरामद कर लिया है.
पुलिस टीम में ये थे शामिलःएसपी अंजनी अंजन ने इस हत्याकांड के उद्भेदन में शामिल पुलिस पदाधिकारियों की तारीफ की. एसपी ने बताया कि इस घटना के उद्भेदन में एसडीपीओ अजीत कुमार के अलावे पुलिस इंस्पेक्टर शशि रंजन कुमार, थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद ,सब-इंस्पेक्टर कुबेर साह, नीतीश कुमार ,धीरज कुमार ,मनोज मुर्मू, पारसनाथ प्रसाद आदि की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही.