लातेहार: जिला के सदर थाना क्षेत्र के पतरातू गांव में शनिवार की रात दो समुदायों के बीच झड़प हो गई. घटना के बाद पूरे गांव में भारी तनाव उत्पन्न हो गया है. घटना के बाद लातेहार एसपी अंजनी अंजन के नेतृत्व में भारी मात्रा में पुलिस बल गांव में पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास किया. फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है. इधर गांव में तनाव होने से ग्रामीणों में भय का माहौल भी देखा जा रहा है.
ये भी पढ़ें:बम धमाकों से दहला झरिया- खोखा बीनती रही पुलिस, सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों में खूनी झड़प
दरअसल, पतरातू गांव में सरस्वती पूजा के पश्चात शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम चल रहा था. इसी बीच दूसरे समुदाय के लोग वहां पहुंचे और मूर्ति विसर्जन कर रहे लोगों से मारपीट करने लगे. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया था. हालांकि, जैसे ही स्थिति की जानकारी प्रशासन को मिली, प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर स्थिति को नियंत्रित कर दिया था. मामले को लेकर शनिवार को ग्रामीणों ने मूर्ति विसर्जन में बाधा डालने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर थाना में आवेदन दिया. इस बात को लेकर एक बार फिर गांव में तनाव उत्पन्न हो गया. शनिवार की रात अचानक दोनों समुदाय के लोग आपस में भीड़े और मारपीट होने लग गई. इस घटना में एक युवक को चोट भी आई. जिसे इलाज के लिए लातेहार सदर अस्पताल लाया गया. इस घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. जिसके बाद भारी संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतर गए.
एसपी के नेतृत्व में पुलिस बल पहुंची गांव:घटना की सूचना मिलने के तत्काल बाद लातेहार एसपी अंजनी अंजन के नेतृत्व में पुलिस बल गांव पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. एसपी ने दोनों समुदाय के लोगों को समझा-बुझाकर तनाव को समाप्त करने की बात कही. एसपी के समझाने के बाद दोनों पक्षों के प्रबुद्ध लोगों ने ग्रामीणों से आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की.
विधायक भी पहुंचे गांव:घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक वैद्यनाथ राम ने भी गांव पहुंचकर दोनों पक्षों के लोगों को समझाने का प्रयास किया. विधायक ने दोनों पक्षों के प्रबुद्ध लोगों से अपील की कि इस प्रकार की घटना होने से रोके. विधायक ने सभी ग्रामीणों से अपील किया कि मिलजुल कर रहने में ही समाज और व्यक्ति दोनों का भलाई है. लड़ाई, झगड़ा और तनाव किसी समस्या का समाधान नहीं है. उन्होंने गांव में शांति समिति की बैठक करने और उस बैठक में दोनों पक्षों के लोगों को उपस्थित होने की अपील की.