लातेहारः जिले के बेतला के कुटमू गांव के दो आदिवासी मजदूर छोटू सिंह और जितेंद्र सिंह की मौत आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मजदूरी करने के दौरान हो गई थी. मंगलवार को दोनों मृतक मजदूरों का शव गांव पहुंचा. मजदूरों का शव गांव पहुंचते ही पूरे गांव में चीत्कार मच गया.
ये भी पढ़ेंःLatehar News: लातेहार में सड़क दुर्घटना, बाइक और ट्रक की टक्कर में महिला की मौत
दरअसल बेरोजगारी की दंश झेल रहे लातेहार जिले के कई युवक रोजगार की तलाश में राज्य से बाहर मजदूरी करने जाते हैं. बेतला के कुटमु गांव के आदिवासी युवक छोटू सिंह और जितेंद्र सिंह भी आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मजदूरी करने गए थे. दो दिन पूर्व अचानक मजदूरी करने के दौरान लिफ्ट दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण दोनों मजदूर की मौत हो गई. बाद में वहां कार्य कर रहे अन्य मजदूरों ने इसकी सूचना मृतक मजदूर के परिजनों को दी. मजदूरों की मौत की खबर सुनते ही पूरे इलाके में हाहाकार मच गया था. इसके बाद परिजनों ने कंपनी के वरीय अधिकारियों से बातचीत की जिसके बाद अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि मृतक मजदूरों के शव को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था कंपनी के द्वारा की जा रही है.
मंगलवार को गांव पहुंचा मृतकों का शवःमंगलवार को दोनों मजदूरों का शव गांव पहुंच गया. मजदूरों का शव लेकर एंबुलेंस जैसे ही गांव पहुंचा वैसे ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. मृतक मजदूर छोटू सिंह के पिता संतोषी सिंह ने कहा कि आसपास के इलाकों में रोजगार के साधन नहीं होने के कारण उनका बेटा रोजगार की तलाश में गांव के कुछ अन्य युवकों के साथ विजयवाड़ा गया था. विजयवाड़ा में एक पावर प्लांट में वह मजदूरी का काम करने लगा. 2 दिन पहले ही घर में फोन कर उसने बात भी की थी. परंतु अचानक हुई दुर्घटना ने उनके परिवार को उजाड़ दिया. बताया जाता है कि छोटू सिंह और जितेंद्र सिंह मात्र 21 साल के युवक थे. दोनों में से किसी का विवाह भी नहीं हुआ था.
कंपनी के द्वारा दी गई आर्थिक मददः बताया जाता है कि मृतक मजदूरों के परिजनों को कंपनी के द्वारा कुछ आर्थिक मदद भी दी गई है. साथ ही कंपनी के अधिकारियों के द्वारा यह भी आश्वासन दिया गया है कि कंपनी के प्रावधान के अनुरूप मृतक मजदूरों के परिजनों को यथासंभव मदद की जाएगी. मजदूरों के मौत की घटना की सूचना मिलने के बाद विधायक रामचंद्र सिंह ने भी गहरी संवेदना प्रकट की है.