लातेहार: गरीबों के लिए आवंटित सरकारी राशन की कालाबाजारी करने वालों पर भले ही कड़ी कार्रवाई करने की बात सरकार की तरफ से कही जाती हो. लेकिन राशन की कालाबाजारी रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. इसी के तहत जिले में राशन की कालाबाजारी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जहां अंचलाधिकारी के सरकारी वाहन से खुलेआम गरीबों के आहार की कालाबाजारी की जा रही थी.
सरकारी राशन की कालाबाजारी
जिले के मनिका अंचल के अंचलाधिकारी नंद कुमार राम के सरकारी वाहन से उनके चालक की तरफ से अन्नपूर्णा योजना के तहत गरीबों को मिलने वाले चावल की कालाबाजारी विगत कई दिनों से की जा रही थी. मामला सरकारी गाड़ी का होने के कारण आम लोग सबकुछ जानते हुए भी कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. इसी बीच रविवार को किसी ने झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव को गुप्त सूचना दी और कार्रवाई की मांग की. मंत्री ने तत्काल लातेहार उपायुक्त को मामले की जांच करवाने और दोषियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. डीसी के आदेश पर लातेहार जिला आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार सिंह मनिका पहुंचे और गुप्त सूचना के आधार पर सीओ के ड्राइवर हैदर अली के आवास पर छापामारी की.
सरकारी वाहन पर लोड पाया गया 5 क्विंटल चावल
जिला आपूर्ति पदाधिकारी जैसे ही चालक के घर पहुंचे वैसे ही वहां सीओ के सरकारी वाहन पर 5 क्विंटल राशन का चावल लदा हुआ पाया. डीएसओ ने तत्काल चावल समेत वाहन को जब्त कर लिया. वाहन को लेकर मनिका थाना पहुंच गए. जांच पदाधिकारी ने जब वितरण संबंधी रिपोर्ट मांगी तो चालक ने पदाधिकारी को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जांच में पाया गया कि रविवार को गोदाम से 10 क्विंटल चावल का उठाव किया गया था. इसमें 5 क्विंटल चावल चालक सरकारी वाहन में अपने घर ले गया था. शेष 5 क्विंटल चावल का पता जांच अधिकारी को नहीं मिल पाया. हालांकि चालक एक लिस्ट देते हुए कहा कि चावल का वितरण लाभुकों के बीच किया गया है.