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कोडरमाः जंगली हाथियों के झुंड ने ग्रामीण को कुचलकर मार डाला, नहीं थम रहा गजराज का आतकं

कोडरमा जिले में हाथियों का आतंक लगतार बढ़ रहा है. इससे नागरिकों में भारी दहशत है. आए दिन हाथियों का झुंड आ धमकता है. बीती रात हाथियों ने एक ग्रामीण को पैरों से कुचलकर मार डाला.

गजराज का आतंक
गजराज का आतंक

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Published : Apr 6, 2021, 10:47 PM IST

कोडरमा: जिले में हाथियों का उत्पात एक बार फिर सामने आया है. यहां हाथियों के हमले में एक की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार जयनगर थाना क्षेत्र के कटहाडीह पंचायत अंतर्गत खेसकरी में सोमवार की रात जंगली हाथियों को भगाने के दौरान हाथियों के झुंड ने एक व्यक्ति को कुचल कर मार डाला.

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दरअसल इन दिनों इलाके में हाथियों का आतंक देखा जा रहा है. हाथियों का झुंड खेतों में लगे फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. इसी क्रम में हाथियों के एक झुंड को भगाने के दौरान एक व्यक्ति हाथियों के झुंड की चपेट में आ गया जहां हाथियों ने उसे पैरों से कुचल कर मार डाला.

मृतक की पहचान खेसकरीह निवासी खलील खान के रूप में की गई है . इस घटना के बाद इलाके के ग्रामीण वन विभाग से काफी आक्रोशित हैं और लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव को उठने नहीं दिया, जिसके बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को मुआबजा राशि के रूप में तत्काल 50 हजार रुपये की राशि दी जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया.

बता दें कि रात 9 बजे ग्रामीणों को हाथियों के झुंड कटहाडीह गांव में प्रवेश करने की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही कटहाडीह खेसकरी गांव के दर्जनों लोग हाथियों को भगाने के प्रयास में लग गए. इसी बीच हाथियों ने खलील खान को अकेले देख उस पर हमला बोल दिया.

50 हजार का दिया गया मुआवजा

हाथियों ने उसे पैरों से कुचलकर मार डाला. घटना की सूचना मिलते ही मंगलवार की सुबह थाना प्रभारी अब्दुल्ला खान, एएसआई धनेश्वर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली.

थाना प्रभारी अब्दुल्लाह खान ने बताया कि हाथियों को भगाने के लिए लोग रात भर अलाव जलाते रहे और काफी अथक प्रयास के बाद देर रात हाथियों के झुंड को रेलवे लाइन पार कराकर हजारीबाग जिले की ओर भगाया गया है .

घटना के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर शव को उठाने नहीं दिया था ,जिसके बाद मौके पर वन विभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर अग्रिम सहायता के लिए 50 हजार की राशि प्रदान की, जिसके बाद ग्रामीणों ने शव को उठने दिया.

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