कोडरमा:भारत विविधताओं वाला देश है. यहां सभी जाति और धर्म के लोग निवास करते हैं और यहां की परंपरा जानने की दिलचस्पी हर किसी में होती है. यही कारण है कि हर साल लाखों पर्यटक भारत घूमने आते हैं और यहां की सभ्यता और संस्कृति को जानने का प्रयास करते हैं. इसी क्रम में दक्षिण अफ्रीका की इशवाक इन दिनों कोडरमा में हैं और सरस्वती पूजा देखने के लिए झुमरी तिलैया पहुंची हैं. इसको लेकर इशवाक काफी उत्साहित हैं.
फेसबुक दोस्त से मिलने साउथ अफ्रिका से कोडरमा पहुंची इशवाक, सरस्वती पूजा में शामिल होकर झारखंड की संस्कृति को जाना
कोडरमा में सरस्वती पूजा घूमने और यहां की संस्कृति से अवगत होने के लिए इन दिनों दक्षिण अफ्रीका की पर्यटक इशवाक पहुंची हुईं हैं. सरस्वती पूजा देख कर वह काफी उत्साहित दिखीं. उन्होंने कहा कि झारखंड के साथ पूरे भारत की संस्कृति काफी बेहतरीन है. यहां का पहनावा और खान-पान भी काफी बढ़िया है.
इशवाक ने कोडरमा में घूमा सरस्वती पूजा पंडालः अपने फेसबुक फ्रेंड सिमरन कौर के बुलावे पर इशवाक उसके घर पहुंचीं और सरस्वती पूजा के दौरान कई पूजा पंडालों का भ्रमण किया. इस दौरान इशवाक यहां की सभ्यता-संस्कृति से अवगत हो रही हैं. अपने दोस्त के आग्रह पर भारतीय परिधान साड़ी पहन इशवाक ने खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि यह परिधान अपने आप में अनोखा है और इसके पहनने से यहां की सभ्यता और संस्कृति का अहसास हो रहा है. इशवाक ने बताया कि वह मूल रूप से दक्षिण अफ्रीका के सिमोलिया की रहने वाली हैं और पिछले तीन वर्षों से वह कोडरमा की रहने वाली सिमरन कौर को फेसबुक के जरिए जानती हैं. फेसबुक पर ही उनकी दोस्ती सिमरन से हुई थी.
झुमरी तिलैया डैम और आसपास के वाटरफॉल का भी करेंगी भ्रमणः सिमरन कौर ने बताया कि कुछ माह पहले दिल्ली में उसकी मुलाकात इशवाक से हुई थी. इशवाक छह दिसंबर को घूमने के लिए इंडिया पहुंचीं थीं. इस दौरान सिमरन ने उसे सरस्वती पूजा के बारे में बताया और पूजा देखने के लिए झुमरी तिलैया आने का आग्रह किया. जिसके बाद इशवाक सरस्वती पूजा देखने कोडरमा पहुंचीं. इस संबंध में सिमरन कौर ने बताया कि इशवाक एक सप्ताह तक झुमरी तिलैया में रहेंगी और उसके साथ कोडरमा और इसके आसपास वाटरफॉल और पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगी.