झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

सॉयल हेल्थ कार्ड योजना के 5 साल पूरे, कोडरमा में 17 हजार किसानों को मिला फायदा - कोडरमा के किसानों को सॉइल हेल्थ कार्ड योजना फायदा

कोडरमा में सॉयल हेल्थ कार्ड योजना से किसानों को काफी फायदा पहुंच रहा है. योजना की शुरुआत के बाद से अबतक 17 हजार से अधिक किसानों को इस योजना का लाभ मिल चुका है. 2022 तक इसके तहत किसानों की आय दोगुनी करने का भी लक्ष्य है.

seventeen thousand farmers got benefit of Soil Health Card Scheme in Koderma
सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के 5 साल पूरे

By

Published : Feb 19, 2020, 6:57 PM IST

कोडरमा: सॉयल हेल्थ कार्ड योजना के आज पूरे हो गए हैं. इन 5 सालों में इस योजना के तहत कोडरमा जिले के 17 हजार से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं. सॉयल हेल्थ कार्ड योजना के जरिए न सिर्फ 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की परिकल्पना तैयार की जा रही है, बल्कि किसानों को तकनीकी रूप से भी सक्षम बनाने का प्रयास जारी है.

देखें स्पेशल स्टोरी

एक ही प्रकार के खाद और बीज का इस्तेमाल करते-करते उपजाऊ भूमि की भी उर्वरा शक्ति धीरे-धीरे कम होते जा रही है. मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी की जानकारी और कम लागत में बेहतर उत्पादन के लिए सॉयल हेल्थ कार्ड योजना की शुरुआत की गई. कोडरमा में इस योजना के तहत 17 हजार से ज्यादा किसान अब तक लाभान्वित हो चुके हैं.

इसे भी पढ़ें:-कोडरमाः एक्पायरी दवा फेंके जाने के मामले में DC ने लिया संज्ञान, जांच के दिए आदेश

जिला कृषि पदाधिकारी सुरेश तिर्की की माने तो इस योजना से जुड़ कर बीमार हो चुके मिट्टी को ठीक किया जा सकता है, कोडरमा जिले में किसानों को इसका फायदा भी मिल रहा है.

किसानों को दी जा रही कई जानकारी

सॉयल हेल्थ कार्ड योजना की शुरुआत साल 2015 में की गई थी. जिसके बाद कोडरमा में सॉयल टेस्टिंग लैब स्थापित कर नियमित तरीके से मिट्टी के नमूनों की जांच की जा रही है. जांच के बाद किसानों को मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व की कमी और उपलब्धता से जुड़ी जानकारी भी रिपोर्ट कार्ड के जरिए दी जा रही है. इसी के आधार पर किसानों को फसलों की बुआई से लेकर खाद के इस्तेमाल और पटवन की जानकारी मिल रही है, साथ ही 12 पैमाने पर मिट्टी की जांच की जा रही है.

2022 तक किसानों की आय होगी दोगुनी

इस योजना की शुरुआत होने से किसानों को दो तरफा लाभ हो रहा है. एक तरफ उर्वरा शक्ति खो चुकी उनकी जमीन को फिर से उपजाऊ बनाया जा रहा है, वहीं दूसरे तरफ कम लागत में बेहतर उत्पादन कैसे हो, इसे लेकर भी किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जा रहा है. कृषि वैज्ञानिकों की माने तो मिट्टी की जांच करा कर कम लागत में किसान अच्छी पैदावार कर रहे हैं, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की परिकल्पना भई तैयार हो रही है.

सॉयल हेल्थ कार्ड योजना के तहत कोडरमा जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सभी 6 प्रखंडों में 6 गांव को मॉडल गांव के रूप में चिन्हित किया गया है, जहां इसे लेकर शत-प्रतिशत किसानों को सॉइल हेल्थ कार्ड दिया जा रहा है और इस योजना के फायदे को लेकर डेमोंसट्रेशन भी किया जा रहा है, ताकि सॉइल हेल्थ कार्ड योजना की हकीकत से किसानों को रूबरू कराया जा सके.

ABOUT THE AUTHOR

...view details