कोडरमा: जहां एक तरफ कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए साफ-सफाई और स्वच्छता के अनुपालन की बात हो रही है. वहीं, कोडरमा के झुमरी तिलैया के एमएसडब्ल्यू के आउटसोर्सिंग सफाईकर्मी ने नगर परिषद इलाके में घरों से कचरा का उठाव बंद कर दिया है और हड़ताल पर चले गए हैं. सफाईकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण नगर परिषद क्षेत्र में सफाई व्यवस्था प्रभावित हो गई है.
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सफाईकर्मियों का कहना है कि इस महामारी में उनकी सुरक्षा का ख्याल कंपनी नहीं रख रही है. बिना मास्क और ग्लब्स के काम करना पड़ रहा है. वहीं, उन्हें 2 महीने से वेतन भी नहीं मिला है. बगैर सुरक्षा और बगैर वेतन के काम करना काफी मुश्किल रहा. इस कारण 1 अप्रैल से सफाईकर्मियों ने कचरा उठाव का काम बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए हैं. झुमरी तिलैया नगर परिषद के 28 वार्डों में कचरा उठाओ के लिए 73 आउटसोर्सिंग सफाई कर्मी है, जो घरों से कचरा उठाने के साथ-साथ गलियों मोहल्लों में फैले कचरे का निस्तारण करते थे.
वहीं, आउटसोर्सिंग सफाई एजेंसी के एमएसडब्ल्यू के साइट इंचार्ज प्रवीण शंकर सिंह का कहना है कि पिछले चार-पांच महीने से उन्हें मजदूरों के बिल का भुगतान विभाग की ओर से नहीं किया जा रहा है जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हो गई है. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा की विपदा की इस घड़ी में मजदूरों का हड़ताल खत्म कराने और उनकी समस्याओं को दूर करने का प्रयास लगातार जारी है. बरहाल, सफाई कर्मियों के हड़ताल के कारण कई जगह पर कचरा का ढेर लग गया है और सफाई व्यवस्था में लगी गाड़ियां खड़ी है.