कोडरमा: महाशिवरात्रि को लेकर कोडरमा के ध्वजाधारी पहाड़ पर विशेष तैयारियां की गई हैं. कोडरमा के ध्वजाधारी धाम में दो दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव में हर साल की भांति इस साल भी 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने के आसार हैं. 18 से 19 फरवरी तक चलने वाले इस मेले को लेकर व्यापक तैयारियां की गयी हैं.
इसे भी पढ़ें- VIDEO: कोडरमा के ध्वजाधारी पहाड़ पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, भक्त 777 सीढ़ी चढ़कर करते हैं जलाभिषेक
18 फरवरी को कोडरमा के ध्वजाधारी आश्रम में शिवरात्रि मेला का उद्घाटन किया जाएगा यह मेला 19 फरवरी को संपन्न होगा. यहां आने वाले भक्त 777 सीढ़ी चढ़कर ध्वजाधारी पहाड़ पर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. कुछ लोग यहां मन्नत पूर्ण होने के बाद भी पहुंचते हैं तो कुछ लोग अपनी मनोकामना की फरियाद लेकर भगवान शिव के दरबार में आते हैं. दो दिवसीय इस मेले में पूजन सामग्री, खिलौने और खाने-पीने की अस्थायी दुकानें लगाई जा रही हैं. इसके अलावा बच्चों के मनोरंजन के लिए कई तरह के झूले लगाए गए हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका भी भरपूर ध्यान रखा जा रहा है.
कोडरमा के ध्वजाधारी आश्रम की सजावट लाखों की भीड़ जुटने की संभावनाः इस साल महाशिवरात्रि मेला में भक्तों की भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है. यह मंदिर एनएच 31 से लगा हुआ है. ऐसे में भक्तों की सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के साथ-साथ एनएच 31 पर चलने वाले भारी वाहनों के लिए 2 दिनों तक ट्रैफिक रूट में बदलाव किया गया है. इसको लेकर जिला एसपी ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरा से मेला की मॉनिटरिंग की जाएगी.
कद्रम ऋषि की तपोभूमि है ध्वजाधारी पहाड़ः हर साल की भांति इस साल भी कोडरमा के ध्वजाधारी पहाड़ पर शिवरात्रि धूमधाम से मनाई जाएगी. ध्वजाधारी धाम में शिव भक्तों के आगमन को लेकर विशेष तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. ऐसी मान्यता है कि द्वापर युग में कोडरमा के ध्वजाधारी पहाड़ पर कद्रम ऋषि की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें ध्वजा और त्रिशूल प्रदान किया था. जिसके बाद यहां आने वाले भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद ध्वजाधारी पहाड़ पर ध्वजा और त्रिशूल लगाते हैं और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
कोडरमा का ध्वजाधारी धाम धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है. महाशिवरात्रि ही नहीं बल्कि सावन के पवित्र महीने में भी यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. इसके अलावा सालों भर शिव भक्त यहां आते-जाते रहते हैं. शिवरात्रि को लेकर कोडरमा का ध्वजाधारी धाम शिव भक्तों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है. इसके लिए मंदिर प्रांगण को सजाया गया है, लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है.