कोडरमा: जिला के झुमरी तिलैया शहर में स्वास्थ्य विभाग (Koderma Health Department) द्वारा चलाए जा रहे हैं. इस जांच अभियान में निजी क्लीनिकों में अनियमितता की बात सामने आई है. कोडरमा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार की अगुवाई में 4 सदस्यीय जांच टीम ने शहर के दर्जनों निजी क्लीनिकों की जांच की.
निजी क्लीनिकों में अनियमितता, कोडरमा स्वास्थ्य विभाग ने संचालकों से मांगा स्पष्टीकरण - Koderma Civil Surgeon
कोडरमा स्वास्थ्य विभाग ने जांच में निजी क्लीनिकों में अनियमितता (irregularities in private clinics) पाई है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार की अगुवाई में 4 सदस्यीय जांच टीम ने झुमरी तिलैया शहर के दर्जनों निजी क्लीनिकों की जांच की. इस कार्रवाई के बाद निजी क्लीनिक संचालकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
कोडरमा स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच के क्रम में निजी क्लीनिकों में खामियां उजागर होने के बाबत निजी क्लीनिक संचालकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. जांच के दौरान सुभाष चौक के पास राजेंद्र क्लीनिक में व्यापक तौर पर खामियां पाई गयी हैं. इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन तो डॉक्टर के नाम पर मिला लेकिन यहां पर मरीजों का इलाज कंपाउंडर के द्वारा किए जाने की बात सामने आई है. इसके अलावा ओम हॉस्पिटल, गायत्री क्लीनिक चंदवारा प्रखंड के उरवा में सफी क्लीनिक, आलम क्लीनिक की भी जांच की गयी, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यहां पर कई तरह की खामियां पाई हैं.
इस जांच टीम में शामिल डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि वो अपनी जांच रिपोर्ट में राजेंद्र क्लीनिक को सील कर देने की सिफारिश करेंगे. इसके साथ ही जिन अस्पतालों में खामियां पाई गयी हैं, उनके खिलाफ भी जांच रिपोर्ट तैयार कर कोडरमा सिविल सर्जन (Koderma Civil Surgeon) को सौंपा जाएगा. यहां बता दें कि कोडरमा में कई निजी क्लीनिक बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं इन निजी क्लीनिक्स में इलाज के नाम पर मरीजों का आर्थिक दोहन भी किया जाता है. इसी की लगातार शिकायत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से 4 सदस्यीय टीम ने शहर में संचालित निजी क्लीनिकों की जांच की.