कोडरमा:प्राकृतिक पर्व करमा की धूम शुरू हो गई है. कोडरमा के सतगावां प्रखंड के अंबाबाद पंचायत के लठिया गांव में घटवार आदिवासी महासभा की ओर से करमा पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया. कोरोना संक्रमण की वजय से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क पहनकर लोग इस महोत्सव में शामिल हुए हैं. इस मौके पर आदिवासी समाज की महिलाएं करम डाली की पूजा करते हुए अपने भाई के लंबी उम्र के लिए कामना कर रही है. इसके साथ ही इस बार महिलाएं करम डाली की पूजा करते हुए कोरोना संक्रमण को दूर करने को लेकर भी प्रार्थना कर रही हैं.
घटवार आदिवासी महासभा
कोडरमा में हर साल घटवार आदिवासी महासभा की ओर से करमा पूजा महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है. हालांकि, इस बार कोरोना संक्रमण के कारण कम संख्या में लोग इस महोत्सव में शामिल हुए हैं. कोविड-19 के निर्देशों का अनुपालन करते हुए खास तौर पर यहां आने वाले सभी अतिथियों का स्वागत मास्क और सेनेटाइजर के साथ किया गया. इसके साथ ही कोरोना वायरस को देखते हुए कार्यक्रम में भी कई बदलाव किए गए हैं और भीड़-भाड़ न लगे इसके लिए अलग-अलग टोली में महिलाओं ने पूजा अर्चना की.
आदिवासी छात्राओं ने आकर्षक नृत्य किए प्रस्तुत
बदलाव के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी आदिवासी छात्राओं ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किए. नृत्य प्रस्तुत करने वाली छात्राओं ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण इस बार उन लोगों ने कार्यक्रमों में भी कई बदलाव किए हैं. वहीं, करमा पूजा में शामिल महिलाओं ने कहा कि इस पूजा के जरिए प्राकृतिक और भाई की रक्षा के साथ-साथ कोरोना के रोकथाम के लिए भी प्रार्थना की गई है.
करमा महोत्सव पर नृत्य प्रस्तुत करती छात्राएं. इसे भी पढ़ें-कोडरमा में कोरोना जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, लोगों को किया जाएगा जागरुक
प्रकृति की पूजा
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद घटवार आदिवासी महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार ने बताया कि करमा पूजा में खास तौर पर तीन चीजों का विशेष ध्यान रखा जाता है. इसमें महिलाएं प्रकृति की पूजा करती हैं. प्रकृति की रक्षा के लिए संकल्प लेती हैं और भाई की लंबी उम्र के लिए वरदान मांगती हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए भी महिलाओं ने प्रार्थना की हैं.
प्राकृतिक पर्व करमा पर पूजा करती महिलाएं.