झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

बारिश की भेंट चढ़ा गरीबों का निवाला! पिपराडीह रेलवे रैक प्वाइंट पर पानी में भीग गया एफसीआई का गेहूं

कोडरमा में पिपराडीह रेलवे रैक प्वाइंट पर एफसीआई का गेहूं बारिश में भीग गया. जन वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को बंटने वाला अनाज पूरी तरह से भीग गया है. इसमें ठेकेदार की लापरवाही की बात सामने आ रही है. FCI wheat drenched in rain in Koderma.

FCI wheat drenched in rain at Pipradih Railway Rack Point in Koderma
कोडरमा में पिपराडीह रेलवे रैक प्वाइंट पर एफसीआई का गेंहू बारिश में भीग गया

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 1, 2023, 6:13 PM IST

कोडरमा में पिपराडीह रेलवे रैक प्वाइंट पर एफसीआई का गेहूं बारिश में भीग गया

कोडरमा: जिले के पिपराडीह रेलवे स्टेशन के रैक प्वाइंट पर गरीबों को बांटी जाने वाली एफसीआई की सैकड़ों गेहूं की बोरियां भीग गईं. लगातार हो रही बारिश से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है वहीं कोडरमा में एफसीआई का गेहूं बारिश की भेंट चढ़ गया.

इसे भी पढ़ें- अजब स्पीड है भाई! बुलेट ट्रेन के जमाने में बैलगाड़ी की चाल, 762 किमी दूरी तय करने में लगे 365 दिन

पिपराडीह रैक प्वाइंट पर गरीबों के बीच वितरित किया जाने वाला गेहूं का पूरा रैक बारिश में भीग चुका है. पानी में गीला होकर गरीबों का निवाला पूरी तरह से खराब होता जा रहा है. पिपराडीह रैंक प्वाइंट पर शेड नहीं रहने से गरीबों का अनाज भीग गया है. ऐसे में सवाल है कि जब झारखंड में बारिश को लेकर येलो एलर्ट जारी है, ऐसे में रेलवे रैक प्वाइंट पर एफसीआई का गेहूं अनलोड कराने वाले ठेकेदार ने बड़ी गलती कर दी है. जब एफसीआई का गेहूं लदा रेलवे वैगन बारिश में कोडरमा के पिपराडीह रैक प्वाइंट पहुंचा तो खाद्दान्न ट्रांसपोर्ट करने वाले ठेकेदार अनाज को बचाने के लिए मुकम्मल व्यवस्था करनी चाहिए थी. ठेकेदार ने कहीं न कहीं बड़ी गलती कर दी और गरीबों का निवाला पूरी तरह बारिश की भेंट चढ़ गया.

हालांकि एफसीआई का खाद्यान्न ट्रांसपोर्ट करने वाले ठेकेदार ने आनन-फानन में गेहूं की बोरी को त्रिपाल से ढकने का प्रयास किया तब तक गेहूं की ये बोरियां पूरी तरह से भीग चुकी थीं. बारिश में भीगने के कारण अनाज के सड़ने का खतरा है. ऐसे में इस गेहूं को ऐसे ही जन वितरण प्रणाली के जरिए गरीबों में बांटा जाएगा तो उस खराब खाने का असर क्या होगा, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है. ऐसे में अब देखना लाजमी होगा कि गरीबों के निवाले के साथ खिलवाड़ करने वाले ठेकेदार पर क्या कुछ कार्रवाई होती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details